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निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस डकैती कांड से हटा पर्दा

पांच दिन से पसीने बहा रही जीआरपी के लिए बुधवार का दिन सुकून भरा रहा। शनिवार को निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में बदमाशों का पीछा करते हुए ट्रेन से गिरकर-हुई मां-बेटी की मौत का जीआरपी ने पर्दाफाश कर दिया है। पांच आरोपित अभी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि आधा दर्जन की तलाश है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 12:07 AM (IST)Updated: Sat, 10 Aug 2019 06:24 AM (IST)
निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस डकैती कांड से हटा पर्दा
निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस डकैती कांड से हटा पर्दा

मथुरा: निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में हुई डकैती की गुत्थी राजकीय रेलवे पुलिस ने सुलझा दी है। पुलिस ने वारदात में शामिल एक महिला समेत चार लोगों को कोसीकलां रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। जीआरपी ने लूटे हुए माल को भी बरामद कर लिया है। उल्लेखनीय है कि पांच दिन पहले ट्रेन में हुई लूट के दौरान मां-बेटी की मौत हो गई थी।

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निजामुद्दीन त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में शनिवार को पश्चिमी बंगाल के दुर्गापुर की निवासी महिला मीना, पुत्री मनीषा और बेटे आकाश के साथ यात्रा कर रही थीं। तड़के वृंदावन रोड पर गाड़ी की चेन पुलिग कर बदमाश ने उनका बैग लूट लिया था। उसको पकड़ने के लिए मीना और मनीषा दोनों दौड़ीं। इसी दौरान वे ट्रेन से नीचे गिर गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद रेलवे राजकीय पुलिस में खलबली मच गई। डीआइजी वीपी त्रिपाठी और एसपी जीआरपी जोगेंद्र कुमार दो दिन तक जिले में रहे।

बुधवार को जीआरपी थाने में एसपी जीआरपी ने बताया कि प्रदीप सिधी निवासी सेक्टर-1 थाना मालवीय नगर जयपुर, राजू गोस्वामी निवासी तिवारीजीपुरम थाना जमुनापार मथुरा, सुखवीर सिंह उर्फ चौटाला निवासी बिलौठी थाना चिकसाना भरतपुर, नंद किशोर उर्फ संपाती निवासी हरलालपुरा थाना बासौनी आगरा और महिला देवकी निवासी गिर्राज वाटिका रांची बांगर मथुरा को गिरफ्तार किया है। इनसे महिला का लूटा हुआ मोबाइल बरामद किया गया है। चारों शातिरों से 26,500 रुपये, दो कड़े सफेद धातु के, दो पायल, टॉप्स, लेडीज पर्स बरामद हुए हैं। पवन सैनी ने अपनी कथित प्रेमिका देवकी को मोबाइल दे दिया था। सीओ रेलवे आगरा अनुराग दर्शन और सीओ रेलवे इटावा रविकांत पाराशर की टीम शातिरों की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई थी। इस दौरान जीआरपी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार भी मौजूद रहे। गैंग का एक लीडर अभी फरार:

प्रदीप सिधी और पवन सैनी इस गैंग के लीडर हैं। गैंग में एक दर्जन से अधिक लोग हैं। यह गैंग दिल्ली से ट्रेनों में सवार होकर वारदात करता है। गैंग के आधा दर्जन सदस्य भागे हुए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इनके संबंध में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। एसपी जीआरपी ने बताया कि जल्द ही अन्य शातिरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुकदमा डकैती और गैर इरादतन हत्या में दर्ज किया गया था।


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