राजाधिराज के दर्शनों का बढ़ाया जाएगा समय
मंदिर प्रबंधन समय में करने जा रहा जल्द ही परिवर्तन, श्रृंगार, ग्वाल, उद्यापन, भोग, आरती का समय बढ़ेगा
उमेश भारद्वाज, मथुरा: ब्रज के राजाधिराज ठा. द्वारिकाधीश महाराज के भक्त अब उनके कुछ अधिक समय दर्शन कर सकेंगे। करीब 20 वर्ष बाद मंदिर प्रबंधन भक्तों की सुविधा के लिए राजाधिराज के दर्शनों का समय बढ़ाने जा रहा है। वर्ष 1998 में राजभोग के दर्शन के समय में आधा घंटा का इजाफा किया गया था।
पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के इस प्रमुख मंदिर में राजा के रूप में पूजे जाने वाले द्वारिकाधीश महाराज सुबह दो बार 15-15 मिनट और सायंकाल तीन बार 20-20 मिनट के लिए दर्शन देते हैं। सुबह राजभोग के दर्शन एक घंटा होते हैं। सायंकाल भोग की अवधि केवल 10 मिनट रह जाती है। संकरा बाजार, वन वे ट्रैफिक, नो एंट्री आदि समस्याओं से जूझते हुए जब तक दर्शनार्थी मंदिर पहुंचते हैं, तब तक पट बंद हो जाते हैं। अब मंदिर प्रबंधन श्रृंगार, ग्वाल, उद्यापन, भोग और संध्या आरती के समय में परिवर्तन करने जा रहा है। इसमें 15 से 30 मिनट का इजाफा किया जाएगा।
-कांकरौली पीठ (राजस्थान) के पीठाधीश्वर डा. बागीश कुमार महाराज के समक्ष यह विषय आया था। भक्तों ने उनसे अनुरोध किया था कि विभिन्न दर्शनों के बीच का समय बढ़ा दिया जाए तो सुविधा होगी। गत दिनों मथुरा आगमन पर उन्होंने इस पर सहमति जताई।
- राकेश तिवारी, मीडिया प्रभारी, मंदिर श्री ठा. द्वारिकाधीश महाराज
सुबह के दर्शन
मंगला दर्शन- 6.30 से 7.00 बजे
श्रृंगार दर्शन- 7.40 से 7.55
ग्वाल भोग- 8.25 से 8.40
राजभोग- 10 से 11 तक सायंकाल के दर्शन
उद्यापन- 4 से 4.20 बजे
भोग - 4.55 से 5.05 तक
संध्या आरती -5.20 से 5.40
शयन -6.30 से 7.50