ट्रक से जबरन वसूली करने वाले तीन गिरफ्तार
कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार ने बुधवार को बताया सोमवार को नंदनवन कट पर ईको गाड़ी में सवार पांच लोगों ने ट्रक जबरन रुकवाकर पैसे मांगे
संस, वृंदावन: छटीकरा मार्ग स्थित नंदनवन कट के समीप ट्रक रुकवाकर जबरन वसूली करने के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपित अभी फरार चल रहे हैं।
कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार ने बुधवार को बताया, सोमवार को नंदनवन कट पर ईको गाड़ी में सवार पांच लोगों ने ट्रक जबरन रुकवाकर पैसे मांगे। जब ट्रक के स्वामी व चालक ने पैसे देने से इन्कार कर दिया, तो उनके साथ मारपीट कर डाली। मामले में ट्रक मालिक भुवनेश ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुखबिर की सूचना पर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में अपने नाम अर्जुन सिंह, विशाल उपाध्याय व मोहन निवासी रिफाइनरी थाना मथुरा बताए हैं।
अनूप ही था डाक्टर के अपहरण का मास्टरमाइंड
जासं, मथुरा : शहर के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर निर्विकल्प गुप्ता को अगवा कर फिरौती वसूलने की साजिश एक लाख रुपये के इनामी अनूप ने ही रची थी। मोबाइल टावर पर तकनीशियन का काम करने के साथ ही बैटरी चोरी करने लगा था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल में ही उसकी मुलाकात मेरठ के बदमाशों से हुई थी। उनके साथ मिलकर ही अनूप ने डाक्टर निर्विकल्प का अपहरण किया था।
थाना नौहझील क्षेत्र के गांव कोलाहार निवासी अनूप गौतमबुद्ध नगर में मोबाइल टावर पर पहले तकनीशियन था। वर्ष 2017 में अनूप को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पहली बार टावर की बैटरी चुराने में गिरफ्तार किया था। अनूप ने पूछताछ में एसटीएफ को यह जानकारी दी और बताया, नोएडा जेल में उसकी मुलाकात मेरठ के थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र की न्यू सैनिक विहार कालोनी निवासी सनी मलिक से हुई थी। जेल से छूटने के बाद अनूप ने सनी मलिक के साथ डाक्टर निर्विकल्प गुप्ता को अगवा करने और फिरौती वसूलने की योजना बनाई थी। एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया, अनूप मथुरा और गौतमबुद्ध नगर में चोरी करता था। उसके खिलाफ गौतमबुद्ध नगर, मथुरा के थाना वृंदावन हाईवे, रिफाइनरी कोतवाली, छाता, गोविदनगर और राया में चोरी, डकैती और अपहरण के 22 मुकदमा दर्ज है। सनी मलिक ने इससे मेरठ में खुद को सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने गांव कोलाहार निवासी महेश और भोपाल निवासी नीतेश उर्फ रीगल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।