खाते से 25 लाख निकालने के तीन आरोपित पकड़े
उमा मोटर्स के खाते से अगस्त में तीन बार में निकाले थे रुपये, फर्जी सिम से ट्रूकॉलर में खाताधारक का नाम ही अपडेट कर दिया
जागरण संवाददाता, मथुरा: उमा मोटर्स के खाते से धोखाधड़ी कर 24 लाख 72 हजार रुपये निकालने के तीन आरोपित पुलिस ने बुधवार को नए बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी बबलू कुमार ने पुलिस लाइन में पत्रकारों को बताया कि अगस्त में धोखाधड़ी से 24 लाख 72 हजार रुपये निकालने की एफआइआर पवन चतुर्वेदी ने कराई थी। आरोपितों ने बताया है कि गूगल से उमा मोटर्स के पीएनटी नंबर पर कॉल कर गाड़ी खरीदने की जानकारी ली। ऑनलाइन पेमेंट को खाता नंबर और आइएफसी कोड लिया। एक फर्जी सिम से ट्रूकॉलर में पवन चतुर्वेदी उमा मोटर्स का नाम अपडेट कर बैंक मैनेजर के हालचाल लिए। एक अगस्त को पवन चतुर्वेदी बनकर मैनेजर को फोन पर कहा कि मैं दिल्ली में हूं और एक बैंक एकाउंट में रुपये ट्रांसफर कर दें। करीब 25 लाख रुपये तीन बार में ट्रांसफर किए। आरोपितों ने नाम तसब्बर निवासी गांव ¨सधावली थाना कंकरखेड़ा, मेरठ, इंसाफ अली निवासी गांव ¨सघावली थाना कंकरखेड़ा, मेरठ, रूबी निवासी थाना सरधना मेरठ बताया। तसब्बर और इंसाफ ने फोन किए थे और रूबी के खाते में रुपया ट्रांसफर कराया गया। इन्होंने झांसी में भी सात लाख की ठगी की थी। इस मामले में अभी मास्टरमाइंड विनय कुमार उर्फ बबलू निवासी न्यू विकास नगर, लोनी गाजियाबाद, विजय कुमार निवासी हर्ष विहार नई दिल्ली के अलावा अरुण निवासी न्यू विकास नगर गाजियाबाद, सहगल चाचा निवासी बुराडी दिल्ली, मोनू निवासी बागपत, बबलू निवासी नोएडा, गुरमीत निवासी रघुनाथ एनक्लेव लुधियाना की तलाश है। आरोपितों से एक लाख 66 हजार रुपया, एक लाख 82 हजार कीमत के दो कड़े, छह मोबाइल, पासबुक, चेकबुक आदि बरामद किए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी विकास तोमर, सर्विलांस प्रभारी राजकुमार, एसआइ सुरेशचंद्र शर्मा शामिल थे।