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सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजमान हो दर्शन देंगे कान्हा

सारंभ शोभा पुष्प बंगले में विराजमान होंगे ठाकुरजी

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 04:00 AM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 04:00 AM (IST)
सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजमान हो दर्शन देंगे कान्हा
सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजमान हो दर्शन देंगे कान्हा

सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजमान हो दर्शन देंगे कान्हा

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जासं, मथुरा : भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भगवान का जन्मोत्सव 19 अगस्त को मनाया जाएगा। भगवान सारंग शोभा पुष्प बंगला में विराजमान होकर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। ठाकुरजी श्रीहरिकांता पोशाक धारण करेंगे। गर्भगृह व श्रीकृष्ण चबूतरा को प्राचीन कारागार का स्वरूप दिया जाएगा। रजत-कमल पुष्प में ठाकुरजी का प्राकट्य होगा। स्वर्ण मंडित रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा से ठाकुरजी का प्रथम अभिषेक किया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बुधवार को बताया कि इस वर्ष भगवान के 5249वें जन्मोत्सव पर जन्मस्थान की सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक, श्रृंगार नयनाभिराम होगा। गर्भगृह के प्राचीन वास्तु में बिना परिवर्तन किए कारागार का स्वरूप दिया जाएगा। 19 अगस्त को शहनाई व नगाड़ों के बीच मंगला आरती के दर्शन सुबह 5.30 बजे से होंगे। सुबह आठ बजे भगवान का पंचामृत अभिषेक होगा। सुबह 10 बजे पुष्पांजलि होगी। जन्म महाभिषेक का कार्यक्रम रात 11 बजे से शुरू होगा। भगवान श्रीकृष्ण के रजत कमलपुष्प में विराजित श्रीचल विग्रह का अभिषेक दूध, दही, घी, बूरा, शहद, औषधि, वनस्पतियों से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी ठाकुर जी से प्रार्थना है कि वह जल्द अपने मूल स्थान (जिसे शाही मस्जिद ईदगाह कहा जाता है) पर विराजमान होकर दर्शन दें। संस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन श्रद्धालुओं का प्रवेश गोविंद नगर द्वार और निकासी मुख्य गेट से होगी। श्रद्धालु अपने साथ मोबाइल, कैमरा, रिमोट, माचिस न लाएं। रात 1.30 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि रामलला ने अपने मूल गर्भगृह में विराजमान होकर हमें रास्ता दिखा दिया है। अब केवल एक गेट खुलना है। फिर कान्हा मूल गर्भगृह में दर्शन देंगे। सिल्क, जरी, रेशम से हुआ पोशाक का निर्माण मथुरा : श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भागवत भवन में विराजमान श्रीराधाकृष्ण श्रीहरिकांता पोशाक धारण करेंगे। पोशाक का निर्माण सिल्क, जरी, रेशम आदि सामग्रियों के संयोजन से किया है। पोशाक में मयूराकृति की थीम पर लता-पता, वृक्षपत्र, बेल आदि आकृतियां कलात्मक रूप से उकेरी गई हैं। भगवान के मुख्य जन्मोत्सव स्थल पर सारंग शोभा पुष्प बंगले का निर्माण किया जाएगा। भगवान श्रीराधाकृष्ण का श्रृंगार विशिष्ट होगा। भगवान ब्रजरत्न मुकुट धारण करेंगे। श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार नवरत्न जड़ित स्वर्णकंठा, करधनी, हार, हसली, कुंडल, तिलक, राधाजी दिव्य आभूषणों के साथ बिंदी, नथ, चूड़ी, पायल आदि धारण करेंगी। सचिव कपिल शर्मा व सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर 18 अगस्त को शाम छह बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर विराजमान भगवान श्रीकेशव देव मंदिर से संत व भक्त ढोल, नगाड़े, झांझ, मजीरों की मंगल ध्वनि के मध्य भगवान श्रीराधाकृष्ण को पोशाक अर्पित करने जाएंगे। यहां बनेंगे सामान-जूता घर रूपम सिनेमा घर, गोविंद नगर थाना के सामने, गोविंद नगर गली, श्री गर्तेश्वर मंदिर के निकट, राधापार्क। सामान घर पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।


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