मंदिर प्रबंधक ने खोला सेवायत के खिलाफ मोर्चा
मंगलवार को मुनीश शर्मा ने मंदिर के प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया।
जागरण संवाददाता, मथुरा: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक प्रबंधक मुनीश शर्मा ने भी मंदिर सेवायत शैलेंद्र नाथ गोस्वामी के खिलाफ मोर्चा कोल दिया। मंगलवार को मुनीश शर्मा ने मंदिर के प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया। इसमें कहा गया है कि 17 सितंबर को न्यायालय के आदेश से मंदिर खोला गया, लेकिन सेवायत शैलेंद्र नाथ गोस्वामी ने नियमों का पालन नहीं किया। अपने 20-25 यजमानों को साथ ले जाने पर अड़ गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका, तो वह बाहर ही कुर्सी डालकर बैठ गए। काफी देर बाद चौकी इंचार्ज के समझाने पर बाद में सेवायत ने छह यजमानों के साथ मंदिर में प्रवेश किया। नियमों के विपरीत यजमानों को मंदिर के गर्भगृह के दरवाजों पर जगमोहन में बैठाकर पूजन कराते रहे। सेवायत ने करीब सवा घंटा देरी से मंदिर खोला। इसका खामियाजा श्रद्धालुओं को उठाना पड़ा। मंदिर प्रबंधक ने सेवायत शैलेंद्र नाथ गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आनलाइन पंजीकरण व्यवस्था ही पर्याप्त नहीं: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीश शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि हम जल्द मंदिर खोलने का प्रयास कर रहे हैं। आनलाइन पंजीकरण व्यवस्था ही पर्याप्त नहीं है। हमने आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की, लेकिन एक साथ भार पड़ने से वेबसाइट क्रैश हो गई। इसके लिए बेहतर व्यवस्था करने को अन्य कंपनियों से कोटेशन लिए गए हैं। केवल आनलाइन पंजीकरण व्यवस्था के जरिए दर्शन कराने से लोगों का रोजगार प्रभावित होगा, उन्हें दिक्कत होगी। ऐसे में यदि प्रशासन द्वारा पूर्व में गलियों में बनाए गए वनवे सिस्टम को लागू किया जाए तो बेहतर व्यवस्था हो जाएगी।