तेजप्रताप ने अपनाया बल्लभ संप्रदाय, आचार्य से दीक्षा ली
वृंदावन व बरसाना में दर्शन कर इटावा के लिए हुए रवाना, रविवार को दी पंचकोसीय परिक्रमा भी
वृंदावन (मथुरा), जासं। गौड़ीय संप्रदाय का तिलक छापा लगाने वाले बिहार के पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजप्रताप अब बल्लभ संप्रदाय का तिलक लगाने लगे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने वृंदावन में बल्लभ संप्रदाय के आचार्य से दीक्षा लेकर उन्हें अपना गुरु बना लिया है। रविवार को उन्होंने यहां पंचकोसीय परिक्रमा की।
राजद नेता तेजप्रताप ¨सह शनिवार सुबह ब्रज यात्रा पर बरसाना पहुंचे। पूरे दिन बरसाना में रहने के बाद तेजप्रताप शाम को वृंदावन आए। यहां ठा. बांकेबिहारी के दर्शन करने के बाद रात में विश्राम किया। रविवार सुबह वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा की। वे बल्लभ संप्रदाय का टीका और गले में तुलसी की माला के साथ धोती कुर्ता पहन, हाथ में माला झोली लेकर निकले थे। तेजप्रताप ने परिक्रमा पूरी करने के बाद होटल में कुछ समय बिताया और वृंदावन से इटावा के लिए निकल गए। वृंदावन में ली गुरु दीक्षा
चैतन्य विहार वेलफेयर सोसाइटी के सचिव सुधीर शुक्ला के अनुसार पिछली बार दीपावली पर वृंदावन में डेरा डालने के दौरान तेजप्रताप ने चैतन्य विहार में बल्लभधाम आश्रम के आचार्य बल्लभजी से दीक्षा ग्रहण की। द्वारिकाधीश मंदिर से जुड़े बल्लभाचार्य संप्रदाय की पूजा-पद्धति अलग है। दीक्षा ग्रहण करने के बाद से ही तेजप्रताप बल्लभ संप्रदाय का टीका लगाते नजर आ रहे हैं।