डेंगू से किशोर की मौत, चार मरीजों की हुई पुष्टि
गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर शुरू हुआ सर्वे - बुखार से पीड़ित ग्रामीणों का लिया गया ब्लड सैंपल
जासं, मथुरा: डेंगू का कहर जिले में थमने का नाम नहीं ले रहा है। फरह और गोवर्धन क्षेत्र के बाद अब नौहझील सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के लोहई गांव में किशोर की मौत डेंगू के डंक की वजह से हुई है। इसके अलावा डेंगू के चार मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही जिले में डेंगू मरीजों की संख्या अब 302 हो गई है। इनमें से 265 मरीज स्वस्थ हो गए हैं।
बुधवार सुबह नौहझील क्षेत्र के गांव लोहई निवासी 15 वर्षीय राजकुमार पुत्र पिकी की मौत हो गई। स्वजन ने बताया कि चार-पांच दिन पहले राजकुमार को बुखार आया था। सुरीर के एक डाक्टर से दवा दिला दी, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद मंगलवार को मथुरा के एक निजी हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां ब्लड की जांच की गई। जिसमें प्लेटलेट्स कम निकलीं। साथ ही डेंगू की पुष्टि हुई। लोहई में किशोर की मौत की खबर सुनकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौहझील के प्रभारी डा. शशिरंजन अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। स्वजन से राजकुमार की रिपोर्ट ली। उन्होंने बताया कि राजकुमार की रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि है। इसके बाद घर-घर सर्वे शुरू किया गया। बुखार के मरीजों का ब्लड सैंपल लिया गया। ग्रामीणों को साफ-सफाई को लेकर जागरूक किया गया। नोडल अधिकारी डा. भूदेव ने बताया कि जिले में डेंगू के 302 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 265 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। गांव-गांव बुखार से पीड़ित, नहीं हो पा रही जांच : नौहझील क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव में लोग बुखार से पीड़ित हैं। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर दवा तो वितरित की है, लेकिन लोगों का ब्लड जांच करने की कोई व्यवस्था नहीं की है। ग्रामीणों को डर सता रहा है कि कहीं उनके गांव में भी डेंगू तो नहीं पहुंच गया है। सुरीर में महिला, मोदीपुर में एक बच्चा, नावली में दो वृद्धों की बुखार की वजह से मौत हो चुकी है। क्षेत्र के हसनपुर, जरैलिया, नावली, सुरीर, लोहई, भालई, ढोकलावास, कराहरी, खायरा, महमूद घडी, आदि गांव में बुखार के मरीज हैं। यहां ग्रामीण झोलाछाप पर इलाज करा रहे हैं। अपने आसपास की लैब में ब्लड की जांच करा रहे हैं, जिसमें अधिकांश लोगों की प्लेटलेट्स में कमी दर्ज की जा रही है।