पहुंचेगी टीम, खुलेंगी परत
छात्रवृत्ति घोटाला जिलास्तर पर भी एक समिति गठन की चल रही तैयारी आगामी सप्ताह में शासन की टीम भी पहुंचकर शुरू करेंगी जांच
जागरण संवाददाता, मथुरा: आइटीआइ में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के बाद एक के बाद एक कर तीन समितियों का गठन किया जा चुका है। यह सभी समिति शासन स्तर से गठित की गई है। वहीं एक समिति का गठन जिला स्तर पर होना है, जिसको लेकर कवायद शुरू हो गई है। यह सभी समिति एक साथ छात्रवृत्ति की जांच शुरू करेंगी। इसके लिए आगामी सप्ताह में जांच समितियों के आने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्ता की ओर से तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत कार्यालय के तीन लिपिक तथा 62 आइटीआइ संस्थाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इन संस्थाओं के अलावा अभी बाकी अन्य संस्था भी रडार पर है। जिनकी अभी जांच होना बाकी है। बलदेव विधायक पूरन प्रकाश का कहना है कि वह शासन स्तर के साथ ही जिला स्तर पर ही भी जांच समिति का गठन करा रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने जिलाधिकारी से भी वार्ता की है। जल्द ही समिति का गठन होगा। इसके बाद सभी समितियां एक साथ जांच करेंगी। इन समितियों के रडार पर आइटीआइ के अलावा बीएड, बीटीसी, यूनानी आदि विषय का संचालन करने वाले शिक्षण संस्थान हैं। विधायक का कहना है कि अभी तक छोटी-छोटी गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है। अभी मास्टर माइंड बचे हुए हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई कराई जाएगी। - कई डीआइओएस पर भी होगी कार्रवाई :
बलदेव विधायक पूरन प्रकाश का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ जिला समाज कल्याण अधिकारियों और कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि कई जिला विद्यालय निरीक्षकों पर भी होगी। क्योंकि पिछले चार-पांच वर्ष से वह लोग भी छात्रवृत्ति घोटाले में बराबर के हिस्सेदार रहे हैं। इन सभी की भी जांच कराई जाएगी। क्योंकि इनके द्वारा किए सत्यापन के बाद ही छात्रों का डाटा लाक होता है, और उन्हें छात्रवृत्ति मिलती है। समाज कल्याण के साथ इनकी भी सहभागिता रही है।