शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा की जांच करेगी एसआइटी
मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के लिए जल्द एसआइटी गठित की जाएगी। इस प
जागरण संवाददाता, मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के लिए जल्द एसआइटी गठित की जाएगी। इस प्रकरण में बीएसए की ओर से कूट रचित दस्तावेजों से नौकरी हासिल करने वाले 33 शिक्षक और एक बाबू के खिलाफ कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। अभी कोतवाली प्रभारी इस प्रकरण में विवेचना कर रहे हैं। आरोपित शिक्षकों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
परिषदीय विद्यालयों में 12460 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। जिले में 216 नियुक्तियों के सापेक्ष 185 को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे। फर्जीवाड़े की शिकायत पर 35 अभ्यर्थियों के अभिलेखों में फर्जीवाड़ा सामने आया था। इसमें 33 अभ्यर्थियों के दस्तावेज कूटरचित निकले थे। बीएसए ने 33 अभ्यर्थियों सहित पटल बाबू महेश शर्मा के खिलाफ कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई थी। कोतवाली प्रभारी एसपी ¨सह ने बीएसएस संजीव कुमार ¨सह से बयान लिए हैं।
प्रकरण में एसएसपी की ओर से एसआइटी गठित कर जांच कराने का निर्णय लिया है। कूटरचित दस्तावेजों से शिक्षक बनने का प्रयास करने वाले अभ्यर्थियों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है। पटल बाबू के अलावा जांच प्रक्रिया में जो भी कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे, उनको भी सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सकता है। घोटाले में कर्मचारियों पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शिक्षक भर्ती घोटाला की जांच को जल्द एक एसआइटी गठित की जाएगी। आरोपितों को गिरफ्तार कराया जाएगा।