बहनजी कुछ तो पढ़ा लो, नहीं तो नौहझील भेज दूंगा: डीएम
नबादा में स्कूल निरीक्षण को पहुंचे डीएम ने दी शिक्षकों को चेतावनी छात्र-छात्रा नहीं पढ़ सके किताब हाल देख डीएम का पारा चढ़ा
मथुरा,जागरण संवाददाता। डीएम शनिवार को प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय नबादा का निरीक्षण करने पहुंचे। छात्र-छात्राओं के देखकर भी किताब न पढ़ने पर नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने शिक्षिकाओं से कहा कि बहनजी आप ही शिक्षा की गुणवत्ता देख लीजिए, कुछ तो पढ़ा लिजिए। 15 दिन बाद फिर निरीक्षण करेगे, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार न आने पर नौहझील जाने के लिए तैयार रहना होगा।
डीएम सर्वज्ञराम मिश्र शनिवार को सुबह साढ़े दस बजे के करीब निरीक्षण करने के लिए प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय नबादा पहुंच गए। विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे, लेकिन 297 में से केवल 179 छात्र-छात्राएं ही विद्यालय में मिले। डीएम ने कक्षा चार और पांच के छात्र-छात्राओं से किताब पढ़वाई, लेकिन छात्र-छात्रा देखकर भी किताब नहीं पढ़ सके। विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता देख डीएम ने नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने शिक्षिकाओं से कहा कि बहनजी आप ही शिक्षा की गुणवत्ता देख लिजिए। कुछ तो पढ़ा लिजिए, सरकार वेतन दे रही है। इन बच्चों को अपना समझकर पढ़ाना होगा। जब आप पढ़ाएंगी नहीं तो बच्चे स्कूल क्यों आएंगे। एक बार डीएम ने शिक्षिकाओं से पूछा कि आप ही बताएं कि शिक्षा की गुणवत्ता कैसे बेहतर हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि 15 दिन में गुणवत्ता में सुधार कर के दिखाई, 15 दिन बाद फिर निरीक्षण किया जाएगा। गुणवत्ता बेहतर करने को एक घंटे का समय अलग से दीजिए। पढ़ाने में मन नहीं लगेगा तो नौहझील भेज दिया जाएगा। न पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षिकाओं को निर्देशित किया है। इस दौरान बीएसए चंद्रशेखर मौजूद रहे।