कोई ठिठका, किसी की आत्मविश्वास से भरी यात्रा
जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी ने चलाया सघन चेकिग अभियानबसों में कुछ कम रही यात्रियों की संख्या टोल से भी कम निकले वाहन
जागरण संवाददाता, मथुरा : अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले कुछ बेचैनी जरूर दिखी। ट्रेन और बसों में सफर के दौरान कुछ यात्रियों के कदम ठिठक गए, तो कुछ ने आत्मविश्वास से लबरेज हो यात्रा की। रेलवे स्टेशन पर भी व्यवस्था चाक-चौबंद रही। जीआरपी और आरपीएफ की टीमें चेकिग करती रहीं। वहीं टोल पर शुरू के पांच घंटे में एक हजार वाहन कम गुजरे।
शनिवार को राम मंदिर पर फैसला आया। सुरक्षा के मद्देनजर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ सघन चेकिग अभियान चलाती रही। एक-एक यात्री को चेक किया गया। ट्रेनों के जनरल कोचों पर भी सक्रियता बरती जा रही थी। सीसीटीवी कंट्रोल कक्ष से भी संदिग्धों पर जवान नजर रखे हुए थे। यूपी रोडवेज की बसों में आम दिनों की तुलना में लगभग एक-दो हजार यात्रियों की संख्या कम रही। राजस्थान रोडवेज की लंबी दूरी की बसों में करीब आधी सवारी रह गईं। अच्छी बात थी कि जो सवारी सफर कर रही थीं, वह बेखौफ थीं और आत्मविश्वास से लबरेज थीं। हाईवे पर टोल से भी करीब एक हजार वाहन कम गुजरे। जीआरपी प्रभारी सुबोध कुमार और आरपीएफ प्रभारी सीबी प्रसाद ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती गई है। लगातार चेकिग की गई। परिवहन निगम के एसएस संतोष कुमार ने बताया कि यात्रियों पर काई ज्यादा अंतर नजर नहीं आया है, आम दिनों की तुलना में हजार यात्री ही कम रहने की संभावना है। राजस्थान निगम के बुकिग इंचार्ज साहब सिंह ने बताया कि राजस्थान की तरफ जाने वाले यात्री आम दिनों की तुलना में आधा रह गए हैं।