कहीं बांटा राशन, कहीं पिलाया शर्बत
जेएनएन मथुरा निर्जला एकादशी पर तीर्थनगरी में जगह-जगह जरूरतमंदों को राशन पंखा मिट्टी का मटका व फल बांटे गए। धार्मिक संगठनों ने पर्व के दिन निराश्रित माताओं दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों को दान करके पुण्य अर्जित किया।
जेएनएन, मथुरा : निर्जला एकादशी पर तीर्थनगरी में जगह-जगह जरूरतमंदों को राशन, पंखा, मिट्टी का मटका व फल बांटे गए। धार्मिक संगठनों ने पर्व के दिन निराश्रित माताओं, दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों को दान करके पुण्य अर्जित किया।
परिक्रमा मार्ग के आनंद वाटिका में सनातन संस्कार सेवा संस्थान ट्रस्ट की ओर से नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह ने 51 जरूरतमंदों को राशन, फल, मटका व हाथ पंखा बांटे। संस्था अध्यक्ष रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि निर्जला एकादशी पर घड़ा दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन किया गया दान अनंत फल देने वाला है।
राधाटीला पर श्रीस्वामी हरिदासीय राधाप्रसाद सेवा ट्रस्ट ने महामंडलेश्वर स्वामी राधाप्रसाद देवजू की ओर से निराश्रित माताओं को घड़ा दान किए। आचार्य बद्रीश, डॉ. लक्ष्मीनारायण मिश्र, किशन मामा, स्वामी देवानंद, स्वामी चंदन मुनि, कुंजबिहारी दास, मनोहरदास मौजूद रहे। कथावाचक मनोजकृष्ण शास्त्री ने 21 ब्राह्मण परिवारों को राशन सामग्री बांटी, जिसमें आटा, दाल, तेल, चीनी, फल शामिल था।
सर्वोदयी ब्राह्मण विकास संस्थान ने कैंप कार्यालय जगन्नाथपुरी पर मंदिर सेवायतों को कच्चा राशन बांटा, जिसमें 10 किलो आटा, दाल, चावल, मसाले, तेल, चीनी, चायपत्ती, सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने 25 लोगों को बांटे। युवा अध्यक्ष पंकज शर्मा, ब्रह्मा भारती पत्रिका के संपादक महेंद्र दत्त आचार्य, संस्थान सचिव पंडित नारायण प्रसाद शर्मा, संस्थान के अध्यक्ष पंडित सोहन लाल शर्मा एडवोकेट मौजूद रहे। विशेष सहयोग पंडित गोपाल ठाकुर, श्याम शर्मा का रहा। अग्रवाल क्लब परिवार ने गोवर्धन, राधाकुंड, जतीपुरा, वृंदावन आदि स्थानों पर जानवरों को फल, केला के अलावा साधु व परिक्रमार्थियों को फल व सूखी राशन सामग्री बांटी। शरबत भी पिलाया। संस्थापक अजयकांत गर्ग, श्याम वर्मा, विनोद अग्रवाल, हिमांशु मांगलिक, प्रदीप अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, नेता अंशु अग्रवाल आदि शामिल रहे।
समाजसेवी प्रमोद कसेरे ने गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर बंदरों और गायों को फल खिलाए। प्रमोद कसेरे ने बताया कि 25 मार्च को हुए लॉकडाउन के बाद से लगातार बंदरों और गायों के भोजन की व्यवस्था की जा रही है। वहीं जगह-जगह गर्मी में लोगों को शीतल जल के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई है।