तिरुपति में जीत के बाद रेलवे में क्रू मेंबर भर्ती की उठाई आवाज
आंध्र की राधादेवी ने तिरुपति मंदिर में महिलाओं को दिलाया था बाल काटने का अधिकार सामाजिक कार्यों के लिए आंध्र सरकार व राष्ट्रपति ने दिया है नारी शक्ति पुरस्कार
वृंदावन, जासं। तिरुपति बालाजी में महिलाओं को बाल अर्पित करने का अधिकार दिलाने वालीं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित राधा देवी ने अब रेलवे में क्रू मेंबर भर्ती की आवाज उठाई है। प्रोजेक्ट पास होने पर देश में 10 से 20 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
अपनी धार्मिक यात्रा पर वृंदावन आईं समाजिक कार्यकर्ता तिरुपति निवासी राधादेवी ने वात्सल्य ग्राम में दैनिक जागरण से कहा कि तिरुपति में बाल अर्पित करने की परंपरा है, लेकिन इस काम के लिए पुरुषों को ही अनुमति थी। उन्होंने 2004 में महिलाओं को इस काम में आगे बढ़ाने के लिए आवाज उठाई। बताया 2006 में उनकी अपील पर आए स्टे को हटाकर आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय ने उनके पक्ष में आदेश जारी कर दिया। अब तिरुपति में 650 महिलाएं बाल काटने के काम कर रही हैं। महिलाओं को रोजगार मिला तो वे आत्मनिर्भर बनीं। इसके लिए 2007 में आंध्रप्रदेश सरकार ने उन्हें श्रमशक्ति पुरस्कार दिया तथा 2018 में राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया।
राधादेवी ने बताया कि उनका अगला कदम ट्रेन में होस्टेस की सेवाएं शुरू करने का है। जिस तरह हवाई जहाज में होस्टेस स्वच्छता व हॉस्पिलिटी का ख्याल रखती हैं। इसी तरह रेलवे भी क्रू मेंबर की भर्ती करें, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और यात्रियों को सुविधा के साथ स्वच्छ भारत अभियान भी अपने कगार पर पहुंच सके। हर दिन 1700 ट्रेन देश में चलती हैं। इन ट्रेनों में होस्टेस की सुविधा शुरू होगी, तो महिलाओं, वृद्ध लोगों को भी सुविधा और सुरक्षा का अनुभव होगा। 2017 में पायलट प्रोजेक्ट उन्होंने रेलमंत्री को भेजा था। ट्रेनिग पूरी हो चुकी है। संभवत: अगले महीने इसका ट्रायल भी हो। प्रोजेक्ट पास होने के बाद देश में 10 से 20 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।