रंगजी मंदिर में सवारी से शुरू हुआ श्रीगोदाजी का विवाहोत्सव
उत्तर भारत के विशाल दक्षिण भारतीय शैली के रंगनाथ मंदिर में गुरुवार को गोदा जी (लक्ष्मी जी) का पांच दिवसीय विवाह उत्सव शुरू हो गया। शुभारंभ उनकी सवारी से हुआ। चांदी के विमान में घूंघट ओढ़े विराजमान होकर गोदाजी राम मंदिर होते हुए पौंडा नाथ स्थित विष्णु भगवान के मंदिर पहुंची, जहां पुजारी ने पूजन अर्चन किया। रंगजी मंदिर में गुरुवार गोदाजी के विवाहोत्सव का साक्षी बनने को सेवायतों के परिवार के साथ दूरदराज के श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुबह गोदाजी की सवारी निकली, जो मंदिर की परिक्रमा करते हुए सभी भक्तों को दर्शन दे रही थी। पालकी पर घूंघट ओढ़े गोदाजी के
वृंदावन, जासं: उत्तर भारत के विशाल दक्षिण भारतीय शैली के रंगनाथ मंदिर में गुरुवार को गोदा जी (लक्ष्मी जी) का पांच दिवसीय विवाह उत्सव शुरू हो गया। शुभारंभ उनकी सवारी से हुआ। चांदी के विमान में घूंघट ओढ़े विराजमान होकर गोदाजी राम मंदिर होते हुए पौंडा नाथ स्थित विष्णु भगवान के मंदिर पहुंची, जहां पुजारी ने पूजन अर्चन किया।
रंगजी मंदिर में गुरुवार गोदाजी के विवाहोत्सव का साक्षी बनने को सेवायतों के परिवार के साथ दूरदराज के श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुबह गोदाजी की सवारी निकली, जो मंदिर की परिक्रमा करते हुए सभी भक्तों को दर्शन दे रही थी। दक्षिण भारतीय परंपरा के वाद्य यंत्र श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे थे। इसके बाद माता लक्ष्मी का घूंघट हटा दिया गया।
माता लक्ष्मी मंदिर प्रांगण स्थित अपनी सखियों को निमंत्रण देने के लिए ढोलक, शहनाई की धुन के बीच निकलीं। इस दौरान सेवायत और लोग मंगल गीत गाते हुए चल रहे थे। गीत और संगीत के साथ गोदाजी बारहद्वारी पहुंचीं, जहां महिलाओं ने विवाह के दौरान गाए जाने वाले मंगल गीत गाकर उनको हल्दी अर्पित की।
माता गोदा जी का विवाह भगवान रंगनाथ (भगवान विष्णु) के साथ 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा। तब तक प्रतिदिन विवाह की रस्में मंदिर में निभाई जाएंगी।