पुलिस ने शंकराचार्य के शिष्य को पीटा
एंट्री पास होने के बावजूद राशन से भरी गाड़ी को नहीं दिया घुसने
जागरण संवाददाता, वृंदावन: वृंदावन में रहकर चातुर्मास कर रहे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आश्रम व्यवस्थापक के साथ पुलिस ने बुधवार की शाम न सिर्फ अभद्रता की बल्कि लठियाया भी और कोतवाली पहुंचा दिया। वह अपनी गाड़ी में राशन लेकर आश्रम की ओर जा रहे थे। एंट्री पास होने के बावजूद गाड़ी को घुसने नहीं दिया गया। वारदात अटल्ला चुंगी पर हुई।
उड़िया बाबा आश्रम में चातुर्मास कर रहे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के साथ सैकड़ों लोग रह रहे हैं। उनके भोजन की व्यस्था के लिए आश्रम प्रबंधक कमलेश शिष्य कुलदीप दुबे और दीपक के साथ अनाज मंडी से राशन लेकर शाम को आठ बजे लौट रहे थे। इसी दौरान अटल्ला चुंगी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को रोक लिया ओर नो एंट्री का हवाला देते हुए साइड में गाड़ी खड़ी करने के लिए कहा। कुलदीप के मुताबिक उसने पुलिसकर्मियों को गाड़ी का एंट्री पास भी दिखाया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने अभद्रता शुरू कर दी। बतौर कुलदीप पुलिसकर्मियों ने शंकराचार्य के बारे में भी अपशब्द बोलते हुए उन्हें गाड़ी से खींचकर जमीन पर लिटाकर जमकर पीटा। बाद में पुलिस कर्मी उन्हें कोतवाली ले गए। जानकारी होने पर शंकराचार्य के दूसरे शिष्य सीताराम शरण ब्रह्मचारी समेत अनेक लोग कोतवाली पहुंच गए। कोतवाली प्रभारी वीरपाल ¨सह भाटी से जब इस संबंध में पूछा गया तो बोले, कोई बड़ा मामला नहीं है। आपस में बैठकर निपटा दिया जाएगा। -नो एंट्री में होती एंट्री
शंकराचार्य की गाड़ी को रोकने वाले पुलिसकर्मी शनिवार-रविवार को जब शहर में वाहनों की नो एंट्री होती है, उस दौरान सैकड़ों वाहनों को एंट्री दे डालते हैं। शंकराचार्य की गाड़ी के लिए एंट्री पास होने के बावजूद घटना को अंजाम दे डाला।