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नीर जीवन का आधार, पीढि़यों का करता उद्धार

जागरण संवाददाता, वृंदावन: नीर सदा जीवन का आधार, पीढि़यों का करता उद्धार। सोमवार को हनुम

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 11:31 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 11:31 PM (IST)
नीर जीवन का आधार, पीढि़यों का करता उद्धार
नीर जीवन का आधार, पीढि़यों का करता उद्धार

जागरण संवाददाता, वृंदावन: नीर सदा जीवन का आधार, पीढि़यों का करता उद्धार। सोमवार को हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती विद्या मंदिर की छात्राओं ने उक्त पंक्तियों को दोहराते हुए पानी बचाने का संकल्प लिया। शपथ ली कि वे अपने घर से ही पानी बचाने की शुरूआत करेंगी। साथ ही आसपास के इलाके के लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।

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रमणरेती मार्ग स्थित हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय में सोमवार को दैनिक जागरण के जल जागरण अभियान के तहत आयोजित सेमिनार में विचार रखते हुए छात्रा तनु रावत ने कहा कि जल जीवन का आधार है। जीवन मनुष्य का हो अथवा पशु और वनस्पति का। उनके लिए भी जल की उतनी ही महत्ता है, जितनी मनुष्य के जीवन में है। आज पर्याप्त पानी तो मिल रहा है लेकिन लगातार गिरता जलस्तर बड़े खतरे का आगाह कर रहा है। छात्रा सपना गुप्ता ने कहा कि सभी को घर में बर्बाद होने वाले पानी को बचाने के उपाय करने होंगे। परिवारीजनों को इसके लिए सचेत करना होगा और पड़ोसियों को भी जागरूक करना होगा। तभी आज लिया गया यह संकल्प साकार होगा। छात्राओं ने वर्षा के जल को संचित करने के उपायों पर भी विचार किया।

जल जागरण के जरिए लोगों में जागरूकता पैदा होगी। भूगर्भ जलस्तर में गिरावट बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही है। हम अगर अभी से सचेत न हुए तो आने वाली पीढ़ी जल संकट से जूझती नजर आएगी। दैनिक जागरण की पहल सराहनीय है।

-डॉ. अंजू सूद, प्रधानाचार्या -जल की आवश्यकता जीवनभर होती है लेकिन लोग अभी इसका मोल नहीं समझ रहे। घर हो अथवा बाजार जहां भी पानी बर्बाद होता दिखाई दे, उसे तत्काल रोकना होगा और लोगों को जल बचाने के लिए जागरूक करना भी हमारी जिम्मेदारी है।

-कृष्णकुमार तिवारी, शिक्षक -पानी बचाना केवल हमारी जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि कर्तव्य भी है। पानी का मोल जीवन का आधार है। घर हो अथवा कोई दूसरा स्थान बर्बाद होते पानी को रोकना हम सभी का दायित्व होना चाहिए। तभी हम संभावित जल संकट से निजात पा सकते हैं।

-भक्ति गौतम, छात्रा आज भले ही पानी के संकट का अनुभव नहीं कर पा रहे। मगर, जलस्तर में गिरावट इशारा कर रही है कि आने वाले समय में पानी बहुमूल्य हो जाएगा। आज से अगर सभी पानी बचाने की शुरूआत करें तो आने वाले समय में राहत महसूस होगी।

-शिवानी गौतम, छात्रा


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