हाथरस कांड: एसटीएफ को अब दानिश की तलाश
दिल्ली में टैक्सी चलाता है सीएफआइ से जुड़ा है केरल में गिरफ्तार राऊफ को रिमांड पर लाएगी एसटीएफ
जासं, मथुरा: कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) सदस्यों के एक नए सहयोगी दानिश का नाम सामने आए हैं। वह दिल्ली में टैक्सी चलाता है, लेकिन फिलहाल फरार है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) उसकी तलाश में जुट गई है।
पुलिस ने पांच अक्टूबर, 2020 को यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा से सीएफआइ के चार सदस्य अतीकुर्रहमान (नगला रतनपुरी मुजफ्फर नगर), आलम (घेर फतेर रामपुर), सिद्दीकी कप्पन (मल्लपुरम, केरल) और मसूद (जरवल रोड, बहराइच) को गिरफ्तार किया था। ये सभी हाथरस जा रहे थे। हाथरस में उस समय दुष्कर्म और हत्याकांड को लेकर माहौल गरम था। इनके पास से आपत्तिजनक प्रचार सामग्री भी बरामद हुई थी। चारों को मथुरा जेल भेज दिया गया था। एसटीएफ को सीएफआइ से जुड़े दानिश के बारे में भी जानकारी मिली है, यह आलम का साला बताया जाता है। दानिश भी सीएफआइ की गतिविधियों में लिप्त रहता है, हाथरस में शांति भंग करने की साजिश में यह भी शामिल रहा है। दिल्ली में टैक्सी चलाने वाले दानिश की तलाश में एसटीएफ लगी हुई है। राऊफ को केरल से लाने की तैयारी तेज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 12 दिसंबर, 2020 को केरल में एयरपोर्ट से सीएफआइ महासचिव राऊफ को गिरफ्तार किया था। उसके बैंक खाते में 2.21 करोड़ रुपये मिले। इसमें 31 लाख रुपये की फंडिग विदेश से हुई थी। राऊफ के संपर्क में अतीकुर्रहमान, आलम , सिद्दीकी कप्पन और मसूद रहे हैं। वर्तमान में वो तिरुअनंतपुरम जेल में निरुद्ध है। एसटीएफ ने शुक्रवार को एडीजे प्रथम अनिल कुमार पांडेय की अदालत से राऊफ का बी वारंट हासिल लिया है। जिला शासकीय अधिवक्ता शिवराम सिंह तरकर ने बताया कि वारंट के तहत राऊफ को मथुरा की अदालत में 15 जनवरी को पेश करना है।