हैंडओवर से पहले खुली राधाकुंड स्टेशन की पोल
राधाकुंड रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य की पोल इंजीनिय¨रग विभाग की पोल खुल गई है। हैंड ओवर करने से पहले ही वहां की सड़क धंस गई और दीवार चटक गई।
जागरण संवाददाता, मथुरा: राधाकुंड रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य की पोल इंजीनिय¨रग विभाग को हैंडओवर करने से पहले ही खुल गई। पहली बरसात में ही इमारत का फर्श धंस गया और दरार आ गई। इस लापरवाही पर रेलवे कंस्ट्रक्शन के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। घटना को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस इमारत में काम कर रहे रेलवे कर्मचारी खौफ के साए में हैं।
करीब एक करोड़ 20 लाख की लागत से बने राधाकुंड रेलवे स्टेशन को शुभारंभ हुए एक माह हुआ था कि बि¨ल्डग में यह समस्या हो गई। इस कार्य को लेकर रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग पर अंगुली उठ रही हैं।
जांच के बाद अधिकारियों की गर्दन पर तलवार लटक सकती है और विभाग द्वारा कराए जा रहे दूसरे कार्य भी जांच के घेरे में आ सकते हैं। अत: घटना को समेटने के प्रयास में संबंधित अधिकारी जुट गए हैं। विभागीय सूत्र दावा कर रहे हैं कि बि¨ल्डग का फर्श बरसात के कारण नहीं, बल्कि गुणवत्ता के कारण धंसा है। बि¨ल्डग का निर्माण भौगोलिक स्थिति के अनुसार किया जाता है। फिलहाल इंजीनिय¨रग विभाग राहत में हैं कि बि¨ल्डग उसे हैंडओवर नहीं हुई है।
सोमवार को इंजीनिय¨रग विभाग के अधिकारियों ने दौरा किया है। इमारत में काम कर रहे रेलवे अधिकारियों को डर है कि कोई हादसा न हो जाए। पीआरओ संचित त्यागी ने बताया कि इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी।
लगाई थी फ्यूज ट्यूबलाइट
मथुरा: राधाकुंड रेलवे स्टेशन पर ट्यूबलाइट तक फ्यूज लगाई गईं थीं। करीब एक दर्जन से ज्यादा ट्यूबलाइट मुड़िया पूर्णिमा मेले के दौरान बदली गईं हैं।