Move to Jagran APP

जोगनिया बन आयौ छलिया नंदकिशोर

राधा के दर्शन को नंदलाल बने जोगिन, विलासगढ़ के मंच पर हुई प्राचीन लीला

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 11:52 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 11:52 PM (IST)
जोगनिया बन आयौ छलिया नंदकिशोर
जोगनिया बन आयौ छलिया नंदकिशोर

संवाद सूत्र, बरसाना: प्राचीन लीलास्थल विलासगढ़ पर रासविलास और जोगिन लीला में भगवान श्रीकृष्ण ने राधा के दर्शन करने के लिए जोगिन रूप धारण किया। इस अद्भुत लीला को देखकर भक्त आनंदित हो उठे। राधा-कृष्ण के जयकारों से विलासगढ़ का मंच गूंज उठा।

loksabha election banner

बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला स्थली, निम्बार्क संत हंसदास और उनके शिष्य बंशीदास की साधना स्थली विलासगढ़ पर स्वामी विरंजन चिकसौली वालों की रासमंडली के कलाकारों ने रास विलास व जोगिन लीला का मंचन किया।

मुरली मनोहर श्रीकृष्ण जोगिन का रूप धारणकर बृषभानु नंदिनी के दर्शन को उनके निज महल में आए। श्रीकृष्ण ने आवाज लगाई कि कोई अपने ग्रह-नक्षत्र व दशा-महादिशा दिखा ले। महल में आवाज सुनकर राधाजी की प्रधान सखिया ललिता और विशाखा भगवान श्रीकृष्ण को बृषभानु नंदिनी के दरबार ले गईं।

यहां श्रीकृष्ण ने राधा की भाग्य रेखा देखते हुए कहा कि तुम्हारा विवाह नंद के लाला से होगा। उनके इतना कहते ही सखियां और राधारानी जोगिन बने माखन चोर को पहचान गई। जोगिन बने नंदलाल से जब राधाजी ने पूछा कि तुमने यह रूप क्यों धारण किया तो श्रीकृष्ण ने कहा कि प्राण प्रिय, यह रूप मैंने आपके दर्शन को धारण किया है। इसके बाद राधा-कृष्ण को झूला झुलाया गया। लीला मंचन के समय भक्तों ने जमकर राधारानी के जयकारे लगाए। चोटी बंधन और नौका विहार लीला आज:

बूढ़ी लीला महोत्सव के कार्यक्रमों के दौरान गुरुवार की दोपहर सांकरी खोर में चोटी बंधन लीला और शाम पांच बजे गाजीपुर स्थित प्रेम सरोवर पर राधा-कृष्ण की नौका विहार लीला का आयोजन किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.