बीएसए कार्यालय पर अभ्यर्थियों का हंगामा
मूल निवास को लेकर चयन निरस्त, डीएम को ज्ञापन सौंप लगाई इंसाफ की गुहार
जागरण संवाददाता, मथुरा: शिक्षक चयन में मूल निवास को लेकर बनाए गए नियम से गुस्साए एक सैकड़ा अभ्यर्थियों ने बीएसए कार्यालय पर हंगामा काटा और नारेबाजी की। डीएम कार्यालय पहुंचकर इंसाफ की गुहार लगाई। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने बीएसए से बात कर हल निकालने का आश्वासन दिया।
आक्रोशित अभ्यर्थियों का कहना है काउंसि¨लग में मूल निवास प्रमाण पत्र, डीएड आदि दस्तावेजों में खामियों को लेकर चयन निरस्त कर दिया गया है। ऐसा करना एकल नागरिकता के संवैधानिक अधिकार के खिलाफ है। विभाग ने आवेदन के दौरान इन नियम और शर्तों की जानकारी क्यों नहीं दी। काउंसि¨लग में सौ अभ्यर्थियों का चयन इस आधार पर निरस्त कर दिया गया है कि उनके पास आवेदन की तारीख से पांच साल पहले तक का राज्य या जिले में निवास का प्रमाणपत्र नहीं है। चयन निरस्त किए गए अभ्यर्थियों में अधिकांश ने गृहराज्य या जिले से बाहर पढ़ाई की है।
चयनित 415 अभ्यर्थियों में 197 को विद्यालयों का आवंटन किया जा चुका है। इनमें पांच दिव्यांग महिला और छह पुरुष दिव्यांग के अलावा 186 महिलाएं शामिल हैं। शेष 218 पुरुष अभ्यर्थियों को शनिवार को विद्यालयों का आवंटन किया जाएगा। सभी को एक साथ नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। जिला चयन समिति के अध्यक्ष डायट प्राचार्य डॉ. मुकेश अग्रवाल का कहना कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है। मूल निवास प्रमाण पत्र न मानने को लेकर मनमानी की जा रही है। चयन समिति के इस निर्णय के खिलाफ न्यायालय की शरण ली जाएगी।
श्वेता शर्मा, वृंदावन
- शिक्षक भर्ती की काउंस¨लग और विद्यालय आवंटन में मनमानी की जा रही है। समान केसों के लिए अलग-अलग मानदंड अपनाए जा रहें हैं।
रश्मी शर्मा, हंसराज कॉलोनी