सफलता पाने को प्रगतिशील सोच जरूरी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री बोले शिक्षा ही छात्रों की विरासत हैसंस्कृति विवि के दीक्षांत समारोह में डिग्रियां पदक पाकर विद्यार्थियों का बढ़ा मान
जागरण संवाददाता, मथुरा : केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शनिवार को कहा कि भारतीय संस्कृति और भारतीय शिक्षा ने हमेशा दुनिया को रास्ता दिखाया है। छात्रों की शिक्षा ही उनकी विरासत है। यही आगे चलकर पहचान बनाएगी। हमेशा उत्साह के साथ इसका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए प्रगतिशील सोच जरूरी।
वह संस्कृति यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को आनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम कोविड- 19 के कठिन दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे नए आनलाइन मिश्रित शिक्षण और अध्ययन ने हमें शिक्षा में परिवर्तन के एक नए डिजिटल युग में ला दिया है। भारत ने इस कठिन परिस्थिति को आशावादी रूप से पार कर लिया है, क्योंकि हमारे पास दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में युवा विद्यार्थी हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में शुरू संस्कृति विश्वविद्यालय ने एक नवोदित विश्वविद्यालय के रूप में खुद को समयानुसार विकसित करते हुए कर मल्टी डिस्पिलिनरी एजूकेशन और रिसर्च यूनिवर्सिटी (एमईआरयूएस) के रूप में स्थापित कर लिया है, जिसमें देश के लगभग सभी हिस्सों से आने वाले 6 हजार से अधिक विद्यार्थी, मथुरा में अपने आदर्श स्थान पर नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह देश में वैश्विक मानकों के सर्वश्रेष्ठ बहु आयामी शिक्षा के माडल के रूप में स्थापित हो सकता है।
उन्होंने स्नातकों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के जीवन में दीक्षांत समारोह एक महत्वपूर्ण दिवस है। आपके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उन सभी डिग्री धारकों, पदक और पुरस्कार विजेताओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के दम पर यह सफलता अर्जित की है।
उन्होंने आनलाइन ही विश्वविद्यालय के सभी मेधावी और मेधावी डिप्लोमा, यूजी और पीजी छात्रों को असाधारण शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार व पद्म भूषण रजत शर्मा ने उपाधियां प्राप्त करने वाले व पदकों से सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों को आनलाइन बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमारी जीवन शैली को ही बदल कर रख दिया है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अपनी सेहत, समय और संबंध का महत्व जाने और उसे बचाकर रखें। कुलाधिपति सचिन गुप्ता ने छात्रों को बधाई दी। कहा, संस्कृति विश्वविद्यालय युवा पीढ़ी को उपयुक्त मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण और आवश्यक है। इसके साथ ही संस्कृति विवि देश और समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जीवनभर सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।