डाक विभाग ने एईपीएस से घर-घर पहुंचाए 6.4 करोड़
संवाद सहयोगी मथुरा डाक विभाग भी अपने ग्राहकों को समय-समय पर कई सुविधाएं उपलब्ध कराता है। बैंकों की बाढ़ से डाक विभाग में खुलने वाले खातों में कमी आई तो मोबाइल ने संचार की सेवा ठप कर दिया। डाक विभाग में समय-समय पर कई योजनाएं आईं मगर लोगों को जानकारी न होने से ठंडे बस्ते में रह गईं।
संवाद सहयोगी, मथुरा : डाक विभाग भी अपने ग्राहकों को समय-समय पर कई सुविधाएं उपलब्ध कराता है। बैंकों की बाढ़ से डाक विभाग में खुलने वाले खातों में कमी आई तो मोबाइल ने संचार की सेवा ठप कर दिया। डाक विभाग में समय-समय पर कई योजनाएं आईं, मगर लोगों को जानकारी न होने से ठंडे बस्ते में रह गईं। इन्हीं में से एक है आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस)। इस योजना का शुभारंभ वर्ष 2019 में एक सितंबर को हुआ। लॉकडाउन से पहले छह महीने में इस योजना का लाभ चंद लोगों ने ही लिया था, लेकिन लॉकडाउन में इस योजना से लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों की संख्या महज दो महीने में ही हजारों में पहुंच गई और ये योजना इतनी कारगर साबित हुई कि लोगों को 10 हजार रुपये तक की राशि डाकिया घर आकर ही आधार संख्या देख अंगूठा लगवाकर दे जाता है। लोगों को लॉकडाउन में यह खूब रास आई।
एईपीएस के लाभ :
मुख्य डाकघर के वरिष्ठ अधीक्षक उमराव सिंह ने बताया कि एईपीएस के माध्यम से डाकघर दूसरे बैंक के खाताधारकों को भी राशि प्रदान करता है। डाक विभाग ने लॉकडाउन के चलते आम जनता की जरूरतों को देखते हुए पोस्ट इन्फो एप शुरू किया। एप के माध्यम से ग्राहक ऑनलाइन रिक्वेस्ट डाल सकते हैं और विभाग उनके घर पैसे पहुंचाने का प्रबंध करता है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के समय में जब घर से निकलना मुश्किल है और बैंकों में भारी भीड़ है तो डाकिया घर-घर जाकर इसके माध्यम से 10 हजार रुपये तक की राशि व पेंशन लोगों को किसी भी बैंक से निकासी करके उपलब्ध करवा रहे हैं।
इंफो
- 01 प्रधान डाकघर जिले में
- 52 उप डाकघर जिले में
- 197 शाखा डाकघर जिले में
- 1 सितंबर 2019 योजना का शुभारंभ
-1689 24 मार्च 2020 तक लाभार्थियों की संख्या
- 36,40,213 रुपये 24 मार्च 2020 तक ट्रांजेक्शन हुए
-40839 लाभार्थियों की संख्या 24 मार्च से अब तक
-6,39,93,391 रुपये ट्रांजेक्शन हुए 24 मार्च से अब तक