डूडा के भवनों में लाभार्थियों को नहीं मिली पनाह
मथुरा, जागरण संवाददाता। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को आवास मुहैया करवाने के लिहाज से उप्र सरकार ने नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा पानीगांव पक्के पुल संपर्क मार्ग पर आठ साल पहले आवास बनवाए थे। लेकिन यहां बिजली, पानी और सीवर की सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में इनका अब तक आवंटन नहीं हो सका है।
जागरण संवाददाता, वृंदावन: गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा डूडा के जरिए पागल बाबा मंदिर के समीप बनवाए गए करीब 276 फ्लैट आठ साल से आवंटियों की राह देख रहे हैं। इन फ्लैटों में अब तक न बिजली की ही सुविधा मुहैया करवाई गई है और न ही पेयजल और सीवर की लाइनों को जोड़ा जा सका है।
परियोजना में अपना आशियाना पाने को आवेदन के बाद लाभार्थियों का अनुमोदन शासकीय स्तर पर हो चुका है। बावजूद इसके अब तक एक भी लाभार्थी को फ्लैट का आवंटन नहीं हुआ है। जबकि बनने के बाद से खाली पड़े ये फ्लैट जर्जर अवस्था में पहुंचते दिखाई दे रहे हें।
उप्र सरकार ने नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा पानीगांव पक्के पुल संपर्क मार्ग पर 2007-08 में 276 फ्लैट की योजना शुरू की। करीब 2011 में फ्लैट तो बनकर तैयार हो गए। डूडा द्वारा तैयार करवाए गए फ्लैटों के आवंटन के लिए आए आवेदनों में से 2014-15 में 156 लाभार्थियों को फ्लैट मुहैया करवाने के लिए डीएम ने अनुमोदन कर दिया था। डीएम के अनुमोदन के बाद शासकीय निकाय की बैठक में भी लाभार्थियों के लिए हुए अनुमोदन पर मुहर लगा दी गई। इसके बाद 2017 में एकबार फिर से बाकी बचे फ्लैटों के लिए डूडा के परियोजना अधिकारी ने फ्लैटों का सत्यापन करने के बाद आवेदन मांगे। लेकिन आठ साल पहले तैयार इन फ्लैटों में आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद अब तक एक भी लाभार्थी को फ्लैट आवंटित नहीं हो सके हैं। -फ्लैटों में नहीं बिजली-पानी की सुविधा-
डूडा द्वार तैयार करवाए गए फ्लैटों में आठ साल बाद भी बिजली, पानी की सुविधा नहीं मिल सकी है। इसके अलावा सीवर लाइनों को भी शहर की सीवर से नहीं जोड़ा जा सका है। आवंटित हो भी जाएं तो यहां रहने वालों के लिए किसी तरह की सुविधा अब तक नहीं है। कॉलोनी से लेकर मुख्य मार्ग तक सड़क भी बनकर अब तक तैयार नहीं हो सकी है। -सत्यापन के बाद होंगे आवंटन-
डूडा के परियोजना अधिकारी सतीश कुमार ¨सह कहते हैं कि लाभार्थियों के सत्यापन की प्रक्रिया एसडीएम सदर कार्यालय में चल रही है। सत्यापन की रिपोर्ट आने के पंद्रह दिन में फ्लैट आवंटित कर दिए जाएंगे। बिजली, पानी और सीवर कनेक्शन पर कहा कि आवंटन के बाद ही सुविधाएं दी जाएंगी।