मोदी का संदेश है, स्वच्छता रखिए: हेमा मालिनी
गोवर्धन में सांसद ने करीब एक किमी तक की पदयात्रा दुकानदारो को समझाया लोगो को किया जागरूक
गोवर्धन(मथुरा), संसू। स्वच्छता के संकल्प को लेकर सांसद हेमामालिनी ने गुरुवार को गोवर्धन में पदयात्रा की। बाजार में रुककर दुकानदारो से कहा कि मोदी का संदेश है कि स्वच्छता रखिए, अब पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करना है।
बुधवार को वृंदावन में पदयात्रा की शुरूआत के बाद वे गुरुवार को सुबह गोवर्धन पहुंचीं। प्रमुख दानघाटी मंदिर में पूजा अर्चना की, और फिर गिरिराजजी के जयघोष कर पदयात्रा शुरू की। सड़क किनारे बाजार में रुककर वे दुकानदारों को समझाने लगीं- मोदी ने कहा है कि सफाई रखनी है, पॉलीथिन का प्रयोग अब नहीं करना है। उनके संदेश का हम सबको पालन करना है। दुकानदारों ने भी उनकी बात से सहमति जताई तो हेमा आगे बढ़ गई। राहगीरों से कहतीं कि कपड़े के थैले प्रयोग करना है। भाजपा पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं के साथ ही पदयात्रा में बाबूलाल महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी शामिल थे। जोश और उमंग के साथ हेमा चलती जा रही थीं। हाथों में स्लोगन लिखी तख्ती लेकर कार्यकर्ताओं का काफिला आगे बढ़ता ही चला जा रहा था। मुरारी कुंज, बड़ा बाजार, हाथी दरवाजा होते हुए नगर पंचायत कार्यालय पहुंची। नगर पंचायत कार्यालय में उन्होंने अपने संबोधन में स्वच्छता और पॉलीथिन प्रयोग न करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का निर्देशन जिला महामंत्री ज्ञानेद्र सिंह राणा ने किया। जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिकरवार ने कहा कि सिगल यूज पॉलीथिन का प्रयोग न करके प्रधानमंत्री की मुहिम की सफल बनाएं।
इससे पहले सांसद का दानघाटी मंदिर के सेवायत मथुरा प्रसाद कौशिक ने प्रसादी दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। दानघाटी मंदिर पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने दुपट्टा पहनाकर सांसद का स्वागत किया। चेयरमैन खेमचंद शर्मा, विधायक प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम, मंडल मंत्री सुशील अग्रवाल, श्यामसुंदर उपाध्याय, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजीव लालाजी, कॉपरेटिव अध्यक्ष मेघश्याम, पन्ना लाल गौतम, सुल्तान सिंह तरकर, केशव मुखिया, दाऊजी गौड़, विष्णु सैनी, ठाकुर परशुराम, भारत उपाध्याय, धीरज कौशिक, एसडीएम राहुल यादव, सीओ वरुण सिंह आदि मौजूद थे। चप्पल टूटी तो नंगे पैर चलीं हेमा
मुरारी कुंज के समीप पहुंचते-पहुंचते हेमा की चप्पल टूट गई, पर उनके कदम नहीं रुके। वो नंगे पैर ही चलती रहीं। करीब बीस कदम दूर ही एक दुकान पर उन्होंने चप्पल खरीदी। यहां उन्हें लाल रंग की चप्पल पसंद आई। इसके बाद उनकी पदयात्रा फिर आगे बढ़ गई। दुकानदार मयंक ने बताया कि सांसद ने चप्पल के लिए ढाई सौ रुपये दिए। हेमा कह रही थीं कि दुकान नहीं मिलती तो वह यात्रा में नंगे पांव ही चलतीं। उनका मन भी गिरिराजजी की भूमि पर नंगे पांव चलने का था। हेमा से मिले रामलीला कमेटी के पदाधिकारी
- रामलीला कमेटी के अध्यक्ष नृत्य गोपाल शर्मा, उपाध्यक्ष लछमन मुखिया, महामंत्री विष्णु अग्रवाल ने हेमा मालिनी के सामने रामलीला मैदान के फर्श पर इंटरलॉकिग की बात कही। इस पर हेमा ने कहा कि आप विधायक से बात करो, अगर वह नहीं बनवाते हैं तो मैं बनवा दूंगी। राधाकुंड में इंतजार करते रहे कार्यकर्ता
- हेमा को गोवर्धन के बाद राधाकुंड जाना था। वहां रामलीला मैदान के पास तमाम कार्यकर्ता हाथों में फूल माला लेकर इंतजार करते रह गए। हेमा गोवर्धन से सीधे मथुरा की तरफ निकल गईं।