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ब्रज की कला, संस्कृति और पर्यावरण को मिले संरक्षण

प्रधानमंत्री के आगमन पर हर वर्ग की अपनी-अपनी उम्मीद गोवर्धन की समस्या लेकर पीड़ित हैं वहां के निवासी

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 11:28 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:28 AM (IST)
ब्रज की कला, संस्कृति और पर्यावरण को मिले संरक्षण
ब्रज की कला, संस्कृति और पर्यावरण को मिले संरक्षण

मथुरा, जासं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कान्हा की नगरी में आ रहे हैं। समूचा ब्रज उनके स्वागत के लिए तैयार है। इस मायने में भी तैयार हैं कि प्रधानमंत्री इस बार मंच से कोई ऐसी घोषणा करें जो ब्रज और ब्रजवासियों के लिए वरदान साबित हो। उम्मीदों की बात की जाए तो हर वर्ग के लोगों का अपना-अपना एजेंडा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर ब्रजवासी खुश हैं, पर वास्तविक खुशी तब होगी जब यमुना की निर्मल और अविरल धारा ब्रज में बहेगी। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री ब्रजवासियों के इस सपने को जरूर पूरा करेंगे। क्योंकि ब्रज की पहचान यमुना से है। इसके लिए लाखों यमुना भक्तों द्वारा कई बार आंदोलन किया जा चुका है।

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विरक्त संत रमेश बाबा। ब्रज के विकास के लिए मोदी सरकार द्वारा जो प्रयास किए जा रहे हैं, वह पूर्ववर्ती सरकारों से कहीं ज्यादा हैं, लेकिन विकास ब्रज की आकांक्षाओं के अनुरूप नहीं हो रहा है। उस विकास में ब्रज की कला, कलाकार, भाषा आदि के प्रयास दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहे हैं। ब्रज दुनिया में अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। प्रधानमंत्री इस पर ध्यान देंगे मेरी यही उम्मीद है।

पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि ब्रज का विकास धार्मिक ²ष्टि से हो न कि पर्यटन की ²ष्टि से हो। ब्रज के विकास में स्थानीय लोगों की रायशुमारी होनी चाहिए और उसका पूरा भौगोलिक ज्ञान भी जरूरी है। केंद्र सरकार द्वारा ब्रज चौरासी कोस पड़ाव स्थलों का विकास होना चाहिए।

अमित भारद्वाज, ब्रज मंडल महामंत्री तीर्थ पुरोहित महासंघ। ब्रज के विकास में ब्रज भाषा के संरक्षण के प्रयास और शोध की दिशा में बड़ा काम होना चाहिए। भाषा और संस्कृति की ²ष्टि से ब्रज बहुत छोटा इलाका है और ख्याति दुनिया भर में है। बिना भाषा और संस्कृति के ब्रज का कोई महत्व नहीं है। ब्रज को लेकर एक बड़ी अकादमी की स्थापना होनी चाहिए, जिसमें दुनिया के अन्य देशों को शोधार्थी शोध कर सकें।

डॉ. धर्मराज, प्राचार्य ब्रजभूमि डिग्री कॉलेज। एनजीटी के नए-नए आदेशों के कारण गोवर्धन के स्थानीय व्यापारियों को व्यापार ठप हो रहा है। प्रधानमंत्री ब्रजवासियों को ऐसे फरमान और आदेशों से मुक्ति दिलाएं। यहां के स्थानीय लोगों को ऐसा महसूस होने लगा है कि जैसे जेल में कैद कर दिया हो। गोवर्धन जीना दुश्वार होता जा रहा है। ब्रज के व्यापारियों की इस पीर का प्रधानमंत्री समाधान देंगे ऐसी उम्मीद है।

संजीव लाला, अध्यक्ष व्यापार मंडल, गोवर्धन। मथुरा गोवर्धन मार्ग वर्षों से क्षतिग्रस्त है। जिले की महत्व सड़क के ये हालात ब्रज विकास की हकीकत को बयां करने के लिए काफी हैं। जमीन पर सही क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। कस्बे के हालात इतने बुरे है कि आइडी दिखाकर पर भी अपने वाहन के साथ प्रवेश नहीं कर सकते। खुशी और गम में रिश्तेदारों के वाहन नहीं आ सकते। गोवर्धनवासियों के इस कष्ट का हरण होना चाहिए।

ऋषि गोपाल गौड़, अधिवक्ता।


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