Mathura: 12 हजार करोड़ की परियोजना, यमुना एक्सप्रेस-वे और नेशनल हाईवे-19 से जुड़ेगी ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा
Mathura News नेशनल हाईवे अथारिटी ने ब्रज चौरासी कोस और मथुरा बाइपास परियोजना का दिया प्रस्तुतिकरण।12 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर जनप्रतिनिधियों ने भी दिए सुझाव जून में तैयार होगी डीपीआर यमुना पर वृंदावन में तीन और मथुरा में दो सस्पेंशन पुल सहित दो स्थाई पुल भी बनेंगे।
जागरण संवाददाता, मथुरा। कान्हा की धरा पर अब सभी तीर्थों को एक ही पथ वपर जोड़े जाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग और मथुरा बाइपास की दोनों योजनाओं पर सोमवार को अधिकारियों संग जनप्रतिनिधियों ने मंथन किया।
361 किमी लंबा ये मार्ग फोरलेन से सिक्सलेन तक बनेगा
ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सलाह पर ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग का विकास हो रहा है। 361 किमी लंबा ये मार्ग फोरलेन से सिक्सलेन तक बनेगा। इसमें 315 किमी मथुरा जिले की सीमा है। इसके अलावा ब्रज तीर्थ पथ परियोजना भी बनाई गई है। इसके तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के जैंत से शुरू होकर यमुना पार कर रिफाइनरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग से एलिवेटेड रोड जुड़ेगा।
गोवर्धन कनेक्ट परियोजना भी एनएच-19 फरह के पास हिंदुस्तान कालेज से शुरू होकर गोवर्धन होते हुए छटीकरा पर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ेगा। गोवर्धन कनेक्ट परियोजना और ब्रज तीर्थ को जोड़कर मथुरा-वृंदावन बाइपास नाम दिया गया।
जून में तैयार होगी डीपीआर
सोमवार को एनएचएआइ के कंसल्टेंट एजेंसी ने आइकान इंजीनियर्स प्राइवेट ने मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के सभागार में योजना का प्रजेंटेशन दिया। कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, परिषद उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा, विधायक मेघश्याम सिंह और एमएलसी ओमप्रकाश सिंह ने प्रजेंटेशन पर अपने सुझाव दिए। दोनों ही परियोजनाओं की डीपीआर तैयार होने में अब दस माह लगेंगे। जून 2023 में डीपीआर बनकर तैयार होगी। तब इसके निर्माण के लिए टेंडर शुरू होंगे। इस योजना का लाभ ये होगा कि मथुरा के सभी तीर्थ एक पथ से जुड़ जाएंगे।
जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
बैठक में महापौर डा. मुकेश आर्य बंधु, गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी और कपिल उपाध्याय ने भी अपने सुझाव दिए। कंपनी ने बताया कि 84 कोस परिक्रमा मार्ग में कहां क्या किया जा रहा है। ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा को यमुना एक्सप्रेस-वे और नेशनल हाईवे-19 से जोड़ा जाएगा। पड़ाव स्थल पर जनसुविधाएं विकसित की जाएंगी।
परिषद की सीईओ नागेंद्र प्रताप ने बताया कि ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग को अयोध्या की परिक्रमा की तरह विकसित किया जा रहा है। इसी तरह वृंदावन, मथुरा, गोकुल, महावन, बलदेव, गोवर्धन और राधाकुंड को जोड़ते हुए मथुरा बाइपास तैयार किया जा रहा है। ये सभी नेशनल हाईवे और यमुना एक्सप्रेस वे जोड़े जाएंगे।