कोरोना की दहशत, होटलों में बुकिग थमी
ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी एक बार फिर कोरोना की दहशत में ह
जागरण संवाददाता, मथुरा: ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी एक बार फिर कोरोना की दहशत में है। संक्रमण के नए मामले मिलने के बाद श्रद्धालुओं की आमद घटने लगी है। इसका सीधा असर होटल कारोबार पर पड़ने लगा है। बुकिग में करीब पचास फीसद कमी आई है। पुरानी बुकिग भी 20 फीसद रद हो रही हैं।
धर्मनगरी का कारोबार श्रद्धालुओं के आवागमन पर टिका है। बीते डेढ़ वर्ष कोरोना की चपेट से कारोबार पूरी तरह टूट गया था। ई-रिक्शा चालक से लेकर पंडा-पुजारी तक परेशान रहे। कोरोना के नए मामले सामने आने से श्रद्धालुओं के कदम ठिठकने लगे हैं। वे होटल संचालकों से फोन कर हालात के बारे में जानकारी कर रहे हैं।
वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को वृंदावन में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। होटल और धर्मशाला तक फुल हो जाते हैं। इस बार होटलों में बुकिग फुल नहीं हो पाई। पहले ही दिए गए निर्देश
कोविड के बढ़ते संक्रमण को देख स्वास्थ्य विभाग पहले ही होटल और गेस्ट हाउस संचालकों को निर्देश जारी कर चुका है। जिन राज्यों या देशों में संक्रमण अधिक फैल रहा है, वहां से आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीनेशन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट देखने के बाद ही कमरा दिया जा रहा है। बाक्स
कोविड का असर होटल कारोबार पर पड़ने लगा है। करीब 20 फीसद पुरानी बुकिग रद हो रही हैं, तो नई बुकिग पर सीधा पचास फीसद तक असर पड़ा है। होटल कारोबार काफी दिनों बाद पटरी पर आया था, लेकिन अब फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
महेंद्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष, मथुरा-वृंदावन होटल एसोसिएशन