अवैध वसूली पर ठीकेदार पर दर्ज होगी एफआइआर
मंडलायुक्त ने जताई नाराजगी नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस साथ करेगी जांच हर पार्किंग स्थल पर लगेंगे रेट बोर्ड नहीं कर सकेंगे अवैध वसूली
मथुरा, जासं। नगर निगम के पार्किंग स्थलों पर अवैध रूप से की जा रही वसूली पर बुधवार को मंडलायुक्त अनिल कुमार ने नाराजगी जताई। उन्होंने निगम और ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए कि पार्किंग स्थलों का निरीक्षण कर जांच करें। यदि अवैध वसूली मिले तो विभागीय कार्रवाई कर एफआइआर भी दर्ज कराएं।
पार्किंग स्थलों पर अवैध वसूली को लेकर दैनिक जागरण मुहिम चला रहा है। बुधवार को संत समागम की बैठक करने आए मंडलायुक्त ने कहा कि पार्किंग स्थलों पर अवैध रूप से की जा रही वसूली की शिकायत मिली है। जितने भी पार्किंग स्थल हैं, यहां नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से निरीक्षण करेंगे। रेट लिस्ट लगाई जाएगी, इससे अधिक ठीकेदार पार्किंग शुल्क नहीं वसूल सकते। मंडलायुक्त ने कहा कि पार्किंग स्थल पर अवैध वसूली हुई, तो विभागीय कार्रवाई करने के साथ ही ठीकेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
निगम अफसरों को नहीं दिख रही वसूली
मथुरा: पार्किंग के नाम पर खुलेआम वसूली की जा रही है, लेकिन निगम अधिकारियों को अवैध वसूली दिखाई ही नहीं दे रही है। निगम के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई की बात तो कहते हैं लेकिन लंबे समय से चल रही लूट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। ये हाल तब है, जब तीन दिन पहले अवैध वसूली से ऊबे ई-रिक्शा चालकों ने सड़क पर उतर प्रदर्शन किया था। मेयर डॉ. मुकेश आर्यबंधु ने बताया कि मामले में कार्रवाई की जा रही है, जल्द ही परिणाम सामने होगा।
फैसिलिटी सेंटर पार्किंग खाली, खुले में खड़े करा रहे वाहन
वृंदावन: मंदिरों के दर्शन को आने वाले बड़े वाहनों के लिए केंद्र सरकार ने करीब दस करोड़ रुपये लागत से टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर का निर्माण करवाया। कॉम्प्लेक्स में छोटे-बड़े वाहनों की पार्किंग सुविधा के अलावा ठहरने और भोजन की भी पर्याप्त सुविधाएं दी जा रही हैं। बावजूद सेंटर की पार्किंग हमेशा खाली रहती है। जबकि सेंटर से सटी खाली पड़ी ऊबड़-खाबड़ भूमि पर नगर निगम का ठीकेदार जबरन वाहनों को पार्क करवाकर शुल्क वसूल कर रहा है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रशासन पर नगर निगम का ठीकेदार भारी पड़ रहा है।
पानीगांव संपर्क मार्ग पर केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा प्रसाद योजना के तहत 979.77 लाख रुपये की लागत से बने टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण पिछले साल 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वृंदावन आगमन पर किया था। संचालन की जिम्मेदारी मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को दी गई। फैसिलिटी सेंटर में श्रद्धालुओं को जो सुविधाएं मिल रही हैं उच्चस्तरीय हैं। बावजूद इसके श्रद्धालुओं के वाहन फैसिलिटी सेंटर में खड़े करवाने के बजाए दबंगई के बल पर निगम ठीकेदार श्रद्धालुओं के वाहनों को खाली पड़ी भूमि को सरकारी पार्किंग बताकर जबरन खड़ा करवा उनसे वसूली कर रहा है।