Move to Jagran APP

एक और माता को मिला परिवार का सहारा

जागरण संवाददाता, वृंदावन: सदन में जीवन गुजार रहीं माताओं के परिजनों से मुलाकात के बाद अब वे

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 12:10 AM (IST)Updated: Mon, 02 Apr 2018 12:10 AM (IST)
एक और माता को मिला परिवार का सहारा
एक और माता को मिला परिवार का सहारा

जागरण संवाददाता, वृंदावन: सदन में जीवन गुजार रहीं माताओं के परिजनों से मुलाकात के बाद अब वे उन्हें अपने साथ ले जाने की शुरूआत कर चुके हैं। रविवार को ऐसी ही एक 65 वर्षीय विधवा वृद्ध माता को उसका बेटा साथ ले गया। पिछले छह साल से सदन में रह रही माता जब बेटे के साथ घर को निकली तो परिवार से मिलने की खुशी और साथी माताओं से बिछुड़ने का गम उसके चेहरे पर झलक रहा था।

loksabha election banner

भूतगली स्थित मीरा सहभागिनी सेवा सदन में पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनेशपुर जिला के गांव खुशीपुर निवासी मालती सरकार पति मलाल सरकार की मौत के बाद 3 नवंबर 2012 को सदन में पहुंची। परिवार से दूर छह साल तक भगवान का भजन करके जीवन गुजार रही थी। इसी दौरान सदन में शुरू हुई पुनर्वास योजना के तहत उसके बेटे सुधांशु सरकार से बात की गई। बेटे को भी मां से दूर रहने का दर्द झलकने लगा। मां से मुलाकात करने बेटा जब वृंदावन सदन में पहुंचा तो निर्णय कर लिया कि अब वह अपनी मां को सदन में नहीं रखेगा, अपने पास रखेगा। मां भी बेटे की इच्छा को दरकिनार न कर सकी और बेटे के साथ परिवार के बीच जीवन गुजारने को राजी हो गई। रविवार को सदन की अधीक्षिका किरन दुबे, सहायक मारकंडेय मिश्र, रेनू मिश्रा समेत दूसरी माताओं ने मालती सरकार को विदाई दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.