सरसों का रकबा घटा, गेहूं का बढ़ा
रबी की मुख्य फसल सरसों की बुवाई हो चुकी है और गेहूं की बुवाई का कार्य किसान कर रहे हैं। इस बार सरसों के रकबा में कमी आई है जबकि गेहूं के क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी हुई है। दहलन की फसलों से लगभग किसान रिश्ता तोड़ चुके हैं।
मथुरा: रबी की मुख्य फसल सरसों की बुवाई हो चुकी है और गेहूं की बुवाई का कार्य किसान कर रहे हैं। इस बार सरसों के रकबा में कमी आई है, जबकि गेहूं के क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी हुई है। दलहन की फसलों से लगभग किसान रिश्ता तोड़ चुके हैं।
मौसम इस बार फसलों के अनुकूल रहा है। पिछैती वर्षा से सरसों की बुवाई का कार्य किसानों ने समय पर कर दिया, जबकि गेहूं की बुवाई का कार्य चल रहा है। चना, जौ, मसूर और मटर की बुवाई भी लगभग पूरी हो चुकी है। गेहूं और सरसों रबी की मुख्य फसलें हैं। चना, अलसी, मसूर और मटर का उत्पादन यहां के किसान छिटपुट में करते हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार सरसों के रकबा में कमी आई है। इसका मुख्य कारण मानसून की पिछैती की वर्षा हुई थी। इस कारण खेतों में अधिक समय तक नमी बनी रही और किसानों ने गेहूं की बुवाई कर दी। दलहन उत्पादन में रुचि नहीं दिखा रहे। चना की फसल को छोड़ दिया जाए तो दलहन की अन्य फसलें एक सैकड़ा हेक्टेयर से अधिक रकबा नहीं पहुंच पा रहा है।
-वर्ष 2019 का बुवाई हेक्टेयर में:
-फसल-लक्ष्य-बुवाई
-गेहूं-204646-160015
-जौ-5111-5025
-चना-465-465
-अलसी -0-0
-मसूर-36-36
-मटर-31-32
-तोरिया-148-148
-सरसों-52686-52686
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-वर्ष 2018 का बुवाई हेक्टेयर में:
-फसल-लक्ष्य-बुवाई
-गेहूं-203812-203917
-जौ-4566-4570
-चना-34-34
-मटर-02-02
-मसूर-50-50
-तोरिया-636-145
-सरसों-49998-50380