सिहोरा की गलियों में कीचड़ का अंबार, ग्रामीण परेशान
कीचड़ की सड़न से फैलने लगी बीमारी संपूर्ण समाधान दिवस में भी जिम्मेदारों को कई बार करा चुके हैं अवगत अभी तक नहीं हुआ समाधान
संवाद सूत्र, महावन: तहसील क्षेत्र के गांव सिहोरा की गलियों में कीचड़ का अंबार लगा हुआ है। जहां होकर निकलना ग्रामीणों के लिए चुनौती पूर्ण हो गया है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों ने समस्या का समाधान तक नहीं कराया है। इसको लेकर अब ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है।
ग्राम पंचायत सिहोरा के पुवाए थोक में कलेक्टर के स्कूल से लेकर विजेंद्र सिंह के मकान तक कीचड़ का दलदल बना हुआ है। जिसमें होकर ग्रामीण मजबूरी में निकल रहे हैं। घरों से निकलने वाला पानी गलियों में भरा होने की वजह से कीचड़ बन गई है। पानी निकासी की कोई व्यवस्था तक नहीं है। घरों से रोज पानी तो निकल रहा है, लेकिन सड़क पर एकत्रित हो रहा है। जल निकासी को नाली तक नहीं है। इसकी वजह से ग्रामीणों को कीचड़ में होकर ही आना जाना पड़ता है। कई बार संपूर्ण समाधान दिवस में ग्रामीण समस्या से निजात दिलाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक उनकी एक बार भी सुनवाई नहीं हो पाई है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीण पंकज सिंह, भगवान सिंह, नत्थी सिंह, भंवर सिंह, विजेंद्र सिंह, हरिओम सिंह, पूरन सिंह, रामकिशन, भगवान स्वरुप, मुकेश, मान सिंह आदि ने अब जिलाधिकारी से गांव में जल निकासी की व्यवस्था कराने तथा कीचड़ से मुक्ति दिलाने की एक बार फिर मांग की है। - घरों से निकलने वाला पानी सड़क पर भरा हुआ है। नाली का निर्माण न होने की वजह से जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कोई सुनने वाला नहीं है।
नरेंद्र सिंह, ग्रामीण
-कीचड़ में सड़न पैदा हो गई है। बदबू आती रहती है। बीमारी फैलने का डर बना रहता है। कई बार शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं।
गनन सौनी, ग्रामीण -वाहनों की आवाजाही लगातार हो रही है। पानी भी भरा रहता है। इससे सड़क में गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। दो पहिया वाहन चालक गिरकर चुटैल भी होते रहते हैं।
देवीचरन सिंह, ग्रामीण -ग्रामीण भी कीचड़ में होकर निकल रहे हैं। संपूर्ण समाधान दिवस में कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
धीरेंद्र रघुवंशी, ग्रामीण