बंदरों के उत्पात से मुक्ति दिलाने को प्रदर्शन
लोगों की दिनचर्या पर पड़ रहा विपरीत प्रभाव रालोद ने समस्या को गंभीरता से न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी
वृंदावन, जासं। तीर्थनगरी में बढ़ रहे बंदरों के उत्पात और जिला प्रशासन की ओर से कोई कदम न उठाए जाने से नाराज राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
गोविद देव मंदिर के पास जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रालोद नेता ताराचंद गोस्वामी ने कहा कि दो दशक से बंदरों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। आज बच्चे और वृद्ध घरों में कैद हो गए हैं। बड़े लोग भी बिना डंडे के घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। छतों पर महिलाएं कपड़े आदि नहीं सुखा पाती हैं। स्कूल जाने और लौटने के दौरान बच्चों के इंतजार में परिजन गलियों और बाजार में खड़े रहते हैं। ऐसे में लोगों की दिनचर्या पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। कहा कि दर्जनों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और आए दिन बंदरों के झुंड लोगों पर हमलाकर उन्हें घायल कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अलावा बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी बंदरों के उत्पात से अछूते नहीं है। चश्मा, पर्स आदि ले जाकर बंदर श्रद्धालुओं को परेशान कर रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन और सांसद, विधायक, मंत्री लोगों की इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं। जल्द ही उत्पात से मुक्ति दिलाने के प्रयास न हुए तो जनांदोलन शुरू किया जाएगा। अशोक कुमार, पंकज, धीरज, बुद्धू, कालू, रमनलाल, रामजीलाल शर्मा, पवन शर्मा, जयप्रकाश, नारायण सिंह समेत अनेक लोग मौजूद रहे।