शरारती तत्वों ने पेयजल की पाइप लाइन की क्षतिग्रस्त
ग्रामीणों ने दी पुलिस को तहरीर दो दिन बाद भी नहीं की गई कार्रवाई गांव में तनावपूर्ण माहौल
संवाद सूत्र, मथुरा : थाना मगोर्रा क्षेत्र के गांव श्यौवा के वाशिदों को एक सप्ताह से पानी नहीं मिल पा रहा है। शरारती तत्वों ने गांव में पेयजल आपूर्ति को डाली गई पाइपलाइन क्षतिग्रस्त कर दी है। ग्रामीण पेयजल के लिए गांव से दो किमी दूर सौंख-मथुरा रोड पर बने हैंडपंप पर निर्भर हैं। ग्रामीणों ने थाना मगोर्रा में शरारती तत्वों के खिलाफ तहरीर भी दे दी है, लेकिन अभी तक पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। गांव श्यौबा में पेयजल सप्लाई के लिए वर्ष 2012-13 में तत्कालीन सांसद जयंत चौधरी के कोटे से टीएसपी टैंक बनवाए गए थे तथा सबमर्सिबल भी लगवाई गई थी, लेकिन कर्मचारी नियुक्त न होने के कारण यह योजना सफेद हाथी साबित हो रही थी। इसलिए ग्रामीणों ने आपसी सहमति से ग्रामीण चंद्रभान सिंह को निश्शुल्क पेयजल आपूर्ति के रखरखाव हेतु जिम्मेदारी दे दी। तब से चंद्रभान सिंह इस जिम्मेदारी को निभा रहे थे। पाइप लाइन व टैंक की टूट-फूट और रखरखाव के लिए ग्रामीण समय-समय पर कुछ धनराशि चंदा एकत्र कर दे देते हैं, लेकिन दो दिन पहले गांव के ही कुछ शरारती तत्वों ने गांव के बंबे पर स्थित समर्सिबल को क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे गांव में पेयजल आपूर्ति बंद हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। ग्रामीणों ने इसे लेकर थाना मगोर्रा में तहरीर दे दी है। इस बारे में चंद्रभान ने बताया कि शरारती तत्वों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम प्रधान बबीता देवी ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की लाइन क्षतिग्रस्त होने से सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को झेलनी पड़ रही है। ग्रामीण महिलाएं दूरदराज से पानी लेकर आने को बाध्य है।