सिंचाई विभाग के नक्शे से माइनर गायब
महौली, नरहौली, वृंदावन समेत एक दर्जन माइनरों की जमीन पर कब्जे, सरकारी जमीन खाली नहीं करा पा रहे हैं विभागीय अफसर
जासं, मथुरा: जिले में करीब 140 साल पुराना ¨सचाई का नहरी दायरा निरंतर घट रहा है। कब्जा होने से तमाम माइनर तो सिंचाई विभाग के नक्शे से ही गायब हो चुकी हैं।
महौली, नरहौली और वृंदावन समेत कई माइनरों का यही हाल है। रजवाह और माइनरों की सफाई न होने से टेल तक पानी नहीं पहुंच पाता। इसकी आड़ में माइनरों की टेल पर कब्जे हो गए हैं। मांट ब्रांच की ककोड़ और उटरवाली माइनर टेल करीब बीस साल पहले ही खत्म हो चुकी है। किशोरपुर, वीरमपुर, कौलाना, ऊटासानी, मालव, करौली और गौरोला माइनर की टेल तक भी पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीण माइनर पर कब्जा कर रहे हैं। आगरा कैनाल की कोटा, छटीकरा और महौली और वृंदावन माइनर के टेल भाग पर लोगों ने मकान तक बना लिए हैं।
-जिन माइनरों के टेल भाग कब्जे कर लिए गए हैं। उनको मुक्त कराने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
सुधीर रावत, अध्यक्ष ¨सचाई बंधु -माइनरों के टेल भाग पर कब्जे किए जाने की जांच कराई जा रही है। विभाग की जमीन पर जहां भी कब्जे किए गए हैं। उनको खाली कराने की कार्रवाई की जाएगी।
सुभाष चंद्र, अधिशासी अभियंता