ये कैसा विकास, नरक कर डाला शहर
विद्युत विभाग द्वारा अंडरग्राउंड केबल डालने से शहर छलनी-छलनी हो गया है। जिधर देखो गड्ढे नजर आ रहे हैं। कहीं सीवर बैठ रही हैं तो कहीं पानी की पाइप लाइन टूट रही है। यहां लोगों ने मजदूरों को भगा दिया, अफसर आए तो उन्हें भी खरी-खोटी सुना वापस कर दिया।
जागरण संवाददाता, मथुरा: विद्युत विभाग द्वारा अंडरग्राउंड केबल डालने से शहर छलनी-छलनी हो गया है। जिधर देखो गड्ढे नजर आ रहे हैं। कहीं सीवर बैठ रही हैं तो कहीं पानी की पाइप लाइन टूट रही है। किसी के मकान की नींव में पानी भर रहा है तो कोई ऊबड़-खाबड़ गलियों में गिरकर चुटैल हो रहा है। लोगों में पनपता यह आक्रोश किशन टीला पर सड़क पर उतर आया। यहां लोगों ने मजदूरों को भगा दिया, अफसर आए तो उन्हें भी खरी-खोटी सुना वापस कर दिया।
उप्र पॉवर कारपोरेशन द्वारा शहर में अंडरग्राउंड केबल डालने का कार्य राजस्थान की भामरिया कंपनी से कराया जा रहा है। कंपनी के मजदूर भरतपुर गेट, चौबिया पाड़ा, होली गेट, जवाहर हाट, किशन टीला आदि क्षेत्रों में केबल डाल रहे हैं। समस्या छोटी गलियों में आ रही है। यहां पहले से ही सीवर और पानी की लाइन डली हुईं हैं। मजदूर गड्ढे कर रहे हैं, जिनमें ड्रिल मशीन के माध्यम से सुराख कर केबल डाली जा रही है। सुराख कहीं सीवर के चैंबर को फाड़ रहा है तो कहीं पानी की लाइन डैमेज कर रहा है। शंकर गली, ऊंट गली, नई बस्ती, भरतपुर गेट क्षेत्र की विभिन्न गलियों में कई लोगों के नल के कनेक्शन टूट गए हैं। सीवर के प्लास्टिक पाइप टूट गए हैं। इससे गड्ढों में पानी भरेगा और मकान चटकेंगे। इन्हीं समस्याओं के चलते किशन टीला के लोगों ने यहां काम कर रहे करीब डेढ़ सौ मजदूरों को भगा दिया।
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गलियों में काम करने में दिक्कत आ रही है, यह सही बात है। कंपनी को सड़क और गलियां भी ठीक करनी हैं, इसका काम भी विकास बाजार से शुरू हो गया है। जहां-जहां केबल डाली गई है वहां की सड़क जैसी मिली है वैसी ही बनाकर दी जाएगी।
होशियार ¨सह, जेई, विद्युत विभाग