घने कोहरे में छिप गया नए साल का सूरज
जागरण संवाददाता, मथुरा: नए साल के पहले दिन की शुरूआत घने कोहरे के मध्य हुई। सुबह कुछ
जागरण संवाददाता, मथुरा: नए साल के पहले दिन की शुरूआत घने कोहरे के मध्य हुई। सुबह कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। ठंड के कारण दांत किटकिटा रहे थे। यमुना एक्सप्रेस वे और हाईवे पर हेड लाइट जलाकर वाहन रेंग-रेंग रहे थे। कोहरे के कारण ट्रेनें घंटों की देरी से जंक्शन पहुंचीं। बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ।
नए साल के पहले दिन कान्हा की नगरी में घना कोहरा छाया रहा। दोपहर 12 बजे तक कोहरे की चादर तनी रही। इसके बाद सूरज चमका, लेकिन इसके बाद कोहरा फिर छा गया। शीतलहर भी गति पकड़ गई। ठंड से जनजीवन कांप रहा है और लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे। न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक आ गया है, जबकि अधिकतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। कड़ाके की सर्दी से कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। गांव-देहात से शहर की फैक्ट्री, दुकान और मजदूरी के लिए आने वाले मजदूरों की भी संख्या में कमी आ गई है।
सुबह करीब ग्यारह बजे तक बाजार पूरी तरह से नहीं खुल पाए और ठंड के कारण बाजारों में पसरा सन्नाटा साफ नजर आ रहा था। हालांकि नए साल का जश्न मानने के लिए युवा वर्ग सड़कों पर धमाल मचा रहा था। दोपहर बाद इसमें इजाफा हो गया। श्रीकृष्ण जन्मभूमि, द्वारिकाशीध, ठाकुर बांके बिहारी, इस्कॉन, प्रेम मंदिर, राधारानी मंदिर और बरसाना के श्रीजी मंदिर के दर्शन कर लोगों ने नए साल के शुभ होने की मनोकमाना की। गिरिराजजी में भी परिक्रमा लगाने के लिए लोग पहुंचे। बसों की छत पर बैठकर लोग परिक्रमा लगाने के लिए जाते देखे गए, जबकि ऑटो टेंपो और ई-रिक्शा चालकों को सवारियों का टोटा नहीं पड़ रहा था। शाम को सर्दी का प्रकोप और बढ़ गया, लेकिन चहल-पहल रात तक बनी रही।
इधर, कोहरे से सड़क और रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 11, ताज 6, झेलम एक्सप्रेस 8, गोल्डन टेंपल 4.30, हीराकुंड 5, उत्कल 3.30, मंगला 7, इलाहाबाद-जयपुर एक्सप्रेस 7 घंटे की देरी से जंक्शन पर पहुंची। रोडवेज की बसें भी निर्धारित समय से बस स्टैंड पर नहीं आ पा रही हैं।