काली घटा में विराजे ठाकुरजी, अपलक निहारते रहे श्रद्धालु
श्रीकृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर में किया गया कालीघटा का आयोजन
मथुरा, जासं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को कालीघटा के मध्य ठाकुरजी विराजे हैं। विग्रह की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु आतुर दिखे। मंदिर परिसर में बरसते मेघ, चहकते पक्षी, चमकती-कड़कती बिजली श्रद्धालुओं का मनमोह रही थी।
जन्मस्थान में केशवदेव मंदिर को श्याम वस्त्र, लता, पता, प्राकृतिक वृक्षावली से सजाया गया। कालीघटा के निर्माण में अधिकतम प्राकृतिक वस्तुओं का प्रयोग किया गया। चित्ताकर्षक कालीघटा के चलते भक्त अपलक ठाकुरजी को निहारकर धन्य हो रहे थे। घटा के दर्शन करने को शाम चार बजे से मंदिर के पट बंद होने तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा, सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी, संयुक्त मुख्य अधिशासी अधिकारी राजीव श्रीवास्तव, विजय बहादुर सिंह, अनुराग पाठक आदि मौजूद रहे।
द्वारिकाधीश मंदिर में अलौकिक मनोहारी काली (श्याम) घटा के दर्शन श्रद्धालु धन्य हो उठे। ठाकुरजी के समक्ष काली घटा का आयोजन किया गया। मंदिर के संपूर्ण जगमोहन को काले कपड़े से सजाया गया। विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे से बगीचे और फव्वारे का रूप दिया गया। मंदिर परिसर में गरज रहे बादल, बिजली की चमक, मोर, कोयल की आवाज श्रद्धालुओं का मनमोह रही थीं। मीडिया प्रभारी एड. राकेश तिवारी ने बताया कि 11 अगस्त को पवित्रा हिडोला सजेगा। मंदिर मुखिया बृजेश कुमार, सुधीर कुमार, मंदिर अधिकारी श्रीधर चतुर्वेदी, कमला शंकर, बृजेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।