नरेंद्र के चेहरे के भाव जता रहे दिल की खुशी
आवागढ़ हाउस पर सुबह से ही कार्यकर्ताओं संग लगा रहे जीत के अंतर का आंकड़ा
मथुरा, जासं। महागठबंधन से रालोद के प्रत्याशी कुं. नरेंद्र सिंह जीत के प्रति आश्वस्त हैं, बस इंतजार है तो जीत-हार के अंतर का। मानते हैं कि करीब 70 हजार वोटों से इस बार महागठबंधन जीत दर्ज कर बाहरी प्रत्याशी का बोरिया-बिस्तर बांध देगा। उनके दावे में कितनी सच्चाई है यह तो आने वाली 23 मई को जब ईवीएम में वोट गिने जाएंगे तब पता चलेगा पर कुंवर साहब के चेहरे की खुशी बता रही है कि इस बार वह इतिहास रचने को बेताब हैं।
कुं. नरेंद्र सिंह की खुशी और उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक महीने लगातार जनसंपर्क के बाद मिली कुछ राहत में भी उन्होंने घर के सदस्यों के बजाए अपने समर्थकों के बीच ही दिन बिताया। सुबह चार बजे वह मंडी समिति में ईवीएम जमा कर लौटे और नौ बजे के बाद फिर से कार्यकर्ताओं से घिरकर बैठ गए। शहर और देहात क्षेत्र से आने वाले कार्यकर्ता जब उनकी जीत के आंकड़े गिनाते तो उनके चेहरे की चमक देखते ही बनती। इसमें टीस भी थी कि जीत ज्यादा वोटों के अंतर से हो सकती थी, यदि कांग्रेस प्रत्याशी को ज्यादा वोट मिलते।
डेंपियर नगर स्थित अवागढ़ हाउस में अपने आवास पर सोफे पर कुर्ता और लोअर पहनकर बैठे कुं. नरेंद्र सिंह के समीप ही सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष तुलसीराम शर्मा और अन्य कार्यकर्ता डेरा जमाए बैठे थे। इस दौरान चल रही चर्चा में कार्यकर्ता शहर में कमजोर स्थिति तो बलदेव में सबसे ज्यादा वोट पाने की उम्मीद लगा रहे हैं। हरेक का यही कयास कि शहर के छोड़ चारों विधानसभाओं में रालोद प्रत्याशी आगे रहेंगे। तस्वीर क्या होगी यह तो वक्त बताएगा पर इतना जरूर है कि जीत के आंकड़े ने कुंवर साहब की थकान मिटा दी है। बातचीत में उन्होंने कहा कि वह तो 27 साल से समाज की सेवा करते आ रहे हैं, उसी का परिणाम है कि इस बार जनता ने उन्हें भरपूर वोट किया है।