राधारानी के आंगन में छाई सतरंगी छटा
जागरण संवाददाता, मथुरा: वृषभानु की लाडिली राधा रानी के दरबार के पट खुलते ही उनके आंगन
जागरण संवाददाता, मथुरा: वृषभानु की लाडिली राधा रानी के दरबार के पट खुलते ही उनके आंगन में सतरंगी छटा बिखरने लगी। अबीर-गुलाल हर तरफ उड़ने लगा। सुदामा चौक, कटारा पार्क, रंगीली गली चौक और कुंज गलियों में पिचकारियों में रंग भर कर श्रद्धालुओं पर बरसाया गया।
श्रीजी मंदिर में सुबह पांच बजे मंगला आरती हुई और उसके बाद पट बंद हो गए। करीब 8.30 बजे मंदिर के पट पुन: खुले और उसके साथ ही राधा रानी की नगरिया में रंगों की बौछार हो गई। डीजे लगाए जाने पर प्रशासन ने पाबंदी लगा रखी थी। इसलिए बरसाना में सिर्फ ढोल-नगाड़े की गूंज सुनाई दी। महिला, पुरुष, युवक और युवतियों के समूह के समूह होली की मस्ती में सराबोर होते हुए तेजी से बढ़ते हुए मंदिर पहुंचे। मंदिर के पट दोपहर दो बजे तक ही खुले रहे, इसलिए लठामार होली शुरू होने से पहले लोग राधा रानी के दरबार में माथा टेक होली खेलने के लिए उतावले हो रहे थे।
सुदामा चौक, कटारा पार्क, रंगीली गली चौक समेत अन्य कुंज गलियों में युवा रंग के भरे ड्रम और बाल्टियां लेकर खड़े थे। वे भर-भर पिचकारी श्रद्धालुओं पर रंगों की बरसात कर रहे थे। गलियों में अल्हड़ होली खेली गई। 247 सीढि़यां चढ़कर श्रीजी के ब्रह्मांचल पर्वत के शिखर पर बने महल में भी जमकर रंग गुलाल उड़ाया गया। बरसाना पूरी तरह से फक्कड़ होली में डूब चुका था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहुंचने से पहले ही बरसाना की किलेबंदी कर दी गई थी। मानमंदिर की श्रीमाताजी गोशाला, प्रिया कुंड, सभा स्थल और मंदिर पर पुलिस मुस्तैद रही। कोसी बरसाना मार्ग पर संकेत गांव के पास बैरियर लगाकर वाहनों को रोक दिया गया था। इसी तरह से छाता-बरसाना मार्ग पर गांव आजनौंख, गोवर्धन-बरसाना मार्ग पर हाथिया चौराहा और कामा-बरसाना मार्ग पर ऊंचागांव के पास वाहनों को पार्किंग स्थल पर रोका गया। यहां से लोग तीन से चार किलोमीटर तक पैदल चल बरसाना पहुंचे, लेकिन उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई।