ओस की जमी बूंदे, गलन से ठिठुरा जीवन
24 घंटे में न्यूनतम तापमान में 4.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की गई दर्ज
जागरण संवाददाता, मथुरा: मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। न्यूनतम तापमान में 4.5 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। तापमापी पर न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सोमवार सुबह पाला जम गया। बर्फीली हवा चलने से गलन बढ़ गई और जनजीवन ठिठुरने लगा।
केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मखदूम फरह के तापमापी पर न्यूनतम तापमान एक जनवरी को 0.5 डिग्री सेल्सियस तक आ गया था। मौसम में परिवर्तन की बयार चली और न्यूनतम तापमान बढ़कर 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रविवार रात मौसम ने फिर पलटी मारी। न्यूनतम तापमान गिरकर 5.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा अधिकतम तापमान सोमवार को 19 डिग्री सेल्सियस पर रिकार्ड किया गया। भोर में पाला जम गया। सात बजे धूप निकलने से पेड़-पौधों की पत्तियों पर जमी ओस की बूंदें पिघल गईं। दस बजे बादल छा गए और बर्फीली हवा ने भी गति पकड़ ली। दोपहर में फिर धूप निकल आई, लेकिन गलन से कोई राहत नहीं मिल सकी। स्कूटर और मोटरसाइकिल चलाने में कंपकंपी छूट गई। हाथ-पैर सुन्न पड़ने लगे। सूर्यास्त होने के साथ ही लोग घरों में कैद हो गए। हालांकि, दोपहर में बाजार में रौनक बनी रही, लेकिन शाम को बाजार में सन्नाटा हो गया। आठ बजे दुकानों के शटर गिरने लगे। ठंड का असर यातायात पर भी पड़ रहा है। लंबी दूरी की बसें बस स्टेशन पर दो-ढाई घंटे की देरी से आ रही हैं। बसों में यात्रियों की संख्या में भी कमी आ गई हैं। ठंड के कारण सुबह घूमने-फिरने वालों की संख्या कम रही। पार्क भी सूने नजर आए। इधर, पहले से झुलसा की चपेट में आई आलू की फसल को पारा कम होने से फिर खतरा पैदा हो गया है।