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नहर में फेंके बेसहारा, ठंड से आधा दर्जन गोवंश की मौत

बेसहारा पशुओं के प्रबंधन की नाकामी अब उनकी जिदगी के लिए खतरा बन गई है। शनिवार की रात को अलीगढ़ बार्डर की तरफ से एक मेटाडोर में भरकर लाए गए गोवंश को गावं डडीसरी के समीप निचली मांट ब्रांच खंड गंग नहर में जिदा ही फेंक दिया गया। ठंड के कारण आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 11:23 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 06:06 AM (IST)
नहर में फेंके बेसहारा, ठंड से आधा दर्जन गोवंश की मौत
नहर में फेंके बेसहारा, ठंड से आधा दर्जन गोवंश की मौत

संवाद सूत्र, सुरीर: बेसहारा पशुओं के प्रबंधन की नाकामी अब उनकी जिदगी के लिए खतरा बन गई है। शनिवार रात अलीगढ़ बार्डर की तरफ से एक मेटाडोर में भरकर लाए गए गोवंश को गावं डडीसरी के समीप निचली मांट ब्रांच खंड गंग नहर में जिदा ही फेंक दिया गया। ठंड के कारण आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से पशुओं को दफन करवा दिया।

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बेसहारा पशुओं को लेकर तहसील मांट, छाता और सदर के ग्रामीण यमुना के किनारे आमने सामने आ गए थे। यहां तक हवाई फारयिग तक हुई और यमुना के दोनों किनारों पर ग्रामीण डेरा डाले रहे थे, जबकि बीच में गाय फंस गई थी। पुलिस ने हालात काबू कर गायों को निकलवा दिया। अभी यह तनाव पूरी तरह से इलाके से खत्म नहीं हो सका है कि बेसहारा पशुओं को लेकर एक और नया सनसनीखेज मामला रविवार सुबह सामने आया। गांव डडीसरी के समीप निचली मांट ब्रांच गंग नहर में आधा दर्जन गायें मृत मिली। कुछ गांवों में ग्रामीण बेसहारा घूम रहे गोवंश को मेटाडोर और ट्रक में भरकर दूसरे गांवों में छोड़ रहे हैं। अलीगढ़ बार्डर की ओर से रात ग्रामीण बेसहारा पशुओं को एक मेटाडोर में भरकर सुरीर क्षेत्र में ले आए। गांव डडीसरी के समीप गंग नहर में मेटाडोर के पिछले हिस्से को लगाकर गायों को नहर में धकेल दिया। पानी के अंदर फंसने से आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गई। कई गोवंश पानी में बहते हुए चले गए। इसकी जानकारी पर आसपास गांवों के काफी लोग एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने आक्रोश भी व्यक्त किया। सुरीर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जीव जंतु रक्षा दल के मीडिया प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि शनिवार रात अलीगढ़ जनपद के गांवों की ओर से मेटाडोर में भरकर लाए दर्जनों गाय और सांड़ों को नहर में फेंक गए है। आधा दर्जन से अधिक छोटे गोवंश( बछड़ा) की मौत हो गई। चार-पांच पानी में बह गए। करीब एक दर्जन गोवंश किसी तरह नहर से निकल कर आसपास गांवों में चले गए हैं। पुलिस ने स्थिति की नजाकत को देखते हुए ग्रामीणों की मदद से नहर में मृत पड़े गोवंश को बाहर निकलवाने के बाद जेसीबी से गढ्डा खुदवा कर उन्हें दफना दिया है। बेसहारा पशुओं को नहर में उतार दिए जाने से चार-पांच गोवंश की मौत हुई है। गोवंश को भरकर लाने वाली मेटाडोर और उसमें सवार लोगों का पता लगाकर उनके खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी।

- रामपाल सिंह भाटी, प्रभारी निरीक्षक थाना सुरीर।


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