प्रदर्शन कर रहे सपाइयों को पुलिस ने दबोचा, 31 को जेल
बढ़ती मंहगाई बेरोजगारी और नागरिकता संशोधन विधेयक को मुद्दा बनाकर भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोलने की कोशिश कर रहे समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कलक्ट्रेट से पहले ही दबोच लिया। वट वृक्ष के नीचे धरने पर बैठने के साथ ही घसीट-घसीट कर बज्रवाहन में ठूंस दिया। पुलिस लाइन में वारंट तैयार किए गए और दोपहर बाद जेल भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, मथुरा: बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और नागरिकता संशोधन कानून को मुद्दा बनाकर केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरने निकले सपाइयों को पुलिस ने दबोच लिया। कलक्ट्रेट पर धरना देने पहुंचे सपा नेताओं को पुलिस ने जबरन धरना स्थल से खींच गाड़ी में डाल लिया। नारेबाजी कर रहे सपाइयों को पुलिस लाइन ले जाया गया। यहां से जिलाध्यक्ष समेत 31 सपाइयों को शांति भंग के आरोप में जेल भेज दिया गया।
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भड़की हिसा के मद्देनजर धारा 144 लागू है। गुरुवार को सपा ने सूबे में प्रदर्शन का ऐलान किया था। सपा जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन की अगुआई में तीन सैकड़ा से अधिक कार्यकर्ता हाथों में विरोध की तख्तियां लेकर दोपहर को योद्धा चौक से कलक्ट्रेट की तरफ कूच कर रहे थे। एसएसपी कैंप कार्यालय से पहले ही सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह, एसडीएम सदर क्रांति शेखर सिंह और सीओ सिटी राकेश कुमार पुलिस फोर्स के प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने को मोर्चा संभाले थे। कलक्ट्रेट के नीचे स्थित वटवृक्ष के नीचे जैसे ही सपा कार्यकर्ता धरने पर बैठे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू की, पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया। पुलिस ने सपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू कर दी। कुछ सपाई भींग गए, तो कुछ जमीन पर लेट गए। पुलिस उन्हें घसीटते हुए वज्रवाहन में ले गई। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं और किशोरों को पुलिस ने छोड़ दिया। 31 सपाई पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इन्हें पुलिस लाइन ले जाकर बैरक में बंद कर दिया गया। पुलिस ने इनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की। दोपहर करीब दो बजे 31 सपाइयों को जेल भेज दिया गया।
सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 31 सपा कार्यकर्ताओं को जेल भेजा गया है। सीओ सिटी राकेश कुमार ने बताया कि करीब तीन सैकड़ा कार्यकर्ता आए थे, लेकिन 31 ही पकड़े गए बाकी भाग गए। बॉक्स
इन्हें भेजा गया जेल :
सपा जिलाध्यक्ष लोकमणिकांत जादौन, शेरा यादव, गोकुल, लखन सिंह, रघुराज सिंह, गिरधारी लाल, सतवीर, प्रदीप चौधरी, नारायण दास यादव, किशनपाल, सत्यभान, चंद्रशेखर, इसराइल, गुड्डू खान, राजेंद्र सिंह, मुन्ना मलिक, प्रवीण कुमार, वीरेंद्र सिंह यादव, पवन चौधरी, लोकेश कुमार, ब्रजेश कुमार, संदीप दिनकर, रितू गोयल, साधना शर्मा, जागेश्वर यादव, हेमंत चौधरी, रामवीर चौधरी, संजय रावत, मुरारीलाल, सैय्यद शाहिद अल्वी, मोहम्मद उस्मान। -नेता चख रहे थे अमरूद का स्वाद: जिस समय पुलिस ने सपा नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन बैरिक में बंद किया था, उसी समय सपा के कुछ नेता महिला थाने के समीप टेंपों के बीच खड़े होकर अमरूद का स्वाद ले रहे थे। पूर्व जिलाध्यक्ष तनवीर अहमद ने बताया कि कलक्ट्रेट पर चारों तरफ से आने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पार्टी के एक दल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया। वह वहां तक पहुंच नहीं पाए थे। --गाड़ी से पुतला निकाल लगाई आग: सपा नेता कुछ गाड़ियों में बैठकर महिला थाने के सामने पहुंच थे और वहां चुपचाप गाड़ी से सीएम का प्रतीकात्मक पुतला निकाला और उसे आग लगा दी। कलक्ट्रेट गेट पर तैनात पुलिस कुछ समझ पाती, उससे पहले ही सपा नेता खिसक लिए।