रैन बसेरों में पड़े ताले, खुले में रात गुजार रहे गरीब
गरीब यात्री और असहाय लोग खुले में रात गुजार रहे हैं, लेकनि रैन बसेरों में ताले लगे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, वृंदावन: नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही और उनके संवेदना शून्य होने के कारण मौजूद रैन बसरों का लाभ गरीब और मजबूर तीर्थ यात्रियों को नहीं मिल पा रहा। दोनों ही रैन बसेरों पर ताले पड़े हुए हैं। इनमें से एक रैन बसेरा का मरम्मत कार्य तो दो माह बाद भी पूरा नहीं हो पाया है।
मथुरा-वृंदावन नगर निगम ने अटल्ला चुंगी स्थित रैन बसेरा एक निजी संस्था को संचालन के लिए दिया हुआ है। करीब दो महीने पहले संस्था ने यह रैन बसेरा ले तो लिया, पर सर्दी शुरू होने के बावजूद यह खोला नहीं जा सका है। इसका मरम्मत कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। पिछले साल सर्दियों में निगम ने खुद इसका संचालन किया था और श्रद्धालुओं को इसका लाभ भी मिला था। दूसरा रैन बसेरा हरि निकुंज चौराहा पर परशुराम पार्क में स्थित है। इस पर अधिकतर समय ताला ही लटका मिलता है। दोनों रैन बसेरे संचालित न होने के कारण यहां आने वाले गरीब यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात के समय अलाव जलना भी अभी शुरू नहीं कराया गया है।