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सेटेलाइट से मिली पराली जलाने की 34 स्थानों की लोकेशन

जागरण संवाददाता मथुरा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के प्रतिबंध के बाद पराली जलाने से

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 04:33 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 04:33 AM (IST)
सेटेलाइट से मिली पराली जलाने की 34 स्थानों की लोकेशन
सेटेलाइट से मिली पराली जलाने की 34 स्थानों की लोकेशन

जागरण संवाददाता, मथुरा: राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के प्रतिबंध के बाद पराली जलाने से रोकने को तैनात किए विभिन्न विभाग के कर्मचारी निगरानी नहीं कर रहे हैं। सेटेलाइट ने 34 स्थानों पर पराली जलाने लोकेशन के साथ तस्वीर भेजी हैं। इनमें 28 स्थान छाता तहसील क्षेत्र के हैं। रविवार को जिला कृषि अधिकारी ने छाता तहसील क्षेत्र का दौरा किया। उनको दो स्थानों पर कर्मचारी तैनात मिले, जबकि 26 स्थानों पर कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जिला कृषि अधिकारी ने इनका एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति कर डीएम कार्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजी है।

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धान की पराली को जलाने को राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने अपराध घोषित कर दिया था। जलाने पर 2500 से 15000 रुपये तक का जुर्माना निर्धारित किया गया है। पराली जलाने से रोकने को कृषि, सिचाई, जिला पंचायत राज और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की गांव-गांव ड्यूटी लगाई गई है। इनको पराली जलाने से रोकने और जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दी गई है। मगर, कर्मचारी निगरानी नहीं कर रहे हैं। किसान पराली को जला रहे हैं। सेटेलाइट से कृषि विभाग को 34 स्थानों पर पराली जलाने की लोकेशन के साथ तस्वीरें भी भेजी हैं। जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह ने इन स्थानों का दौरा किया। सभी स्थानों पर उनको पराली जलाने के साक्ष्य मिले। कई स्थानों पर पराली का धुआं भी उठता मिला। उन्होंने पुलिस को भी बुला लिया। उन्होंने बताया, अब तक 34 स्थानों पर पराली जलाई गई है। इनमें 28 स्थानों पर पराली छाता तहसील में जलाई गई। निगरानी के लिए जो कर्मचारी नियुक्त किए थे। वे भी उन स्थानों पर अनुपस्थित पाए गए। उनको गांव बहेंटा और कोटवन में ही कर्मचारी तैनात मिले। अनुपस्थित मिले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति कर रिपोर्ट डीएम कार्यालय को भेजी जा रही है।

नहीं मिलेगा लाभ

जिला कृषि अधिकारी ने जिन किसानों ने पराली जलाई है। उन किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसके लिए भी जिलाधिकारी से उनकी वार्ता हो गई है। उन्होंने बताया, जिन किसानों ने पराली जलाई हैं। उनसे जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जा रही है।


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