पार्षदों ने किया स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा 2018 की कार्यशाला का बहिष्कार
महापौर के भी तेवर तल्ख, एडीएम को करना पड़ा हस्तक्षेप
जागरण संवाददाता, मथुरा: स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 और स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा के लिए आयोजित कार्यशाला राजनीति की भेंट चढ़ गई। जिनके कंधों पर प्रतियोगिता की जिम्मेदारी थी, वही पार्षद जनसमस्याओं के प्रति अनदेखी से आक्रोशित हो कार्यशाला का बहिष्कार कर गए। कार्यक्रम स्थल के बाहर पार्षदों ने महापौर को घेर खूब खरी-खोटी सुनाई। महापौर भी आपा खो बैठे, उनका लहजा तल्ख होते ही कर्मचारी उन्हें होटल में ले गए।
नगर निगम द्वारा होटल मुकुंद पैलेस में शुक्रवार को कर्मचारियों और पार्षदों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। निर्धारित समय पर पहुंचे महापौर डॉ. मुकेश आर्य बंधु, एडीएम लॉ एंड आर्डर रमेश चंद, नगर आयुक्त समीर वर्मा, संयुक्त नगर आयुक्त अजित कुमार और अमृत योजना के सचिव पीके श्रीवास्तव ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला जैसे ही शुरू हुई पार्षदों ने अपनी समस्याएं बताना शुरू कर दिया। पार्षद राजीव राज पाठक ने बताया कि परिक्रमा मार्ग में जलभराव हो रहा है। शौचालयों में ताले लटके पड़े हैं। उनकी आवाज में अन्य पार्षदों ने भी आवाज मिलाई। हंगामा बढ़ते देख एडीएम ने बात संभाली पर तब तक आक्रोशित पार्षद कार्यशाला का बहिष्कार कर बाहर निकल गए। होटल के गेट पर पार्षदों ने महापौर को घेर आक्रोश व्यक्त किया। महापौर भी तल्ख हो गए। उन्होंने कहा कि कल वह पूरी परिक्रमा में घूमे, एक पार्षद उन्हें क्षेत्र में नहीं मिला। पार्षदों के बहिष्कार के बाद पीके श्रीवास्तव ने नगर निगम के कर्मचारियों को स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कैसे ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त किए जा सकते हैं इसके टिप्स दिए।