गुरुदेव के चरणों में नतमस्तक हुआ आस्था का सैलाब
जयगुरुदेव मंदिर में 70 वां वार्षिक भंडारा का हुआ आरंभ, दूर-दराज से आए भक्तों ने किया नमन, सुना सत्संग
मथुरा, जासं: जयगुरुदेव योगस्थली तथा जयगुरुदेव नाम योग साधना मंदिर में शनिवार से पांच दिवसीय 70 वां वार्षिक भंडारा महापर्व जयगुरुदेव आध्यात्मिक सत्संग-मेले का आगाज प्रार्थना, सामूहिक साधना तथा सत्संग के साथ हो गया। इस दौरान दूरदराज से आए भक्तों की अटूट आस्था देखने लायक थी।
संस्थाध्यक्ष पंकज महाराज ने मंदिर दर्शन, गुरुपद वंदन के साथ महापर्व की शुरुआत की। सत्संग मेले के प्रथम दिन संस्था के महामंत्री राष्ट्रीय उपदेशक बाबूराम ने कहा कि बाबा जयगुरुदेव महाराज के गुरु स्वामी घूरेलाल महाराज सराय रोहिल्ला (दिल्ली) निवासी स्वामी गरीबदास जी महाराज के समर्पित शिष्य थे। जो राधास्वामी की परम्परा में दूसरी पीढ़ी के विलक्षण शक्ति सम्पन्न संत थे। वे हर जगह सर्वत्र विद्यमान हैं। उनके रहने के या आदेशित स्थान पर पुण्य दिन पर जब उनके प्रेमी भण्डारा करते हैं तो वह अपनी दया की विशेष किरणों से प्रेमियों को अलौकिक व पारलौकिक लाभ मिलने का प्रमाण मिलता है। इस दौरान श्रद्धालुओं का जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था व ट्रस्ट ने अभिनंदन व स्वागत किया। शाम को संस्था के राष्ट्रीय उपदेशक सतीश चंद ने सत्संग सुनाया। गुरु महिमा, सेवा, सत्संग, भजन की जरूरत तथा बाबा जयगुरुदेव की महिमा का सन्देश दिया। वहीं, दहेज रहित विवाह की भी शुरुआत हो गई। इस अवसर पर मेला-प्रभारी चौधरी चरन ¨सह, उपाध्यक्ष मनुभाई पटेल, मंत्री विनय कुमार ¨सह, प्रबंधक संतराम चौधरी, प्रबन्ध समिति के सदस्य विजयपाल ¨सह, मृत्युंजय झा, जीतूभाई, नानक भाई, रामचन्द्र, इन्द्रदेव, ऋषिदेव, आनन्द सक्सेना आदि उपस्थित रहे।