किसानों के लिए सरकार के पास पैसों की कमी नहीं
मथुरा: प्रमुख सचिव कृषि व मथुरा के नोडल अफसर अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि किसानी
जेएनएन, मथुरा: प्रमुख सचिव कृषि व मथुरा के नोडल अफसर अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि किसानी किसान अभियान के तहत प्रदेश सरकार का खजाना कभी खाली नहीं रहेगा। हर दिन किसानों के लिए नई योजना चलाई जा रही हैं। डार्क जोन इलाकों के लिए छिड़काव विधि से ¨सचाई के लिए नई व्यवस्था लाई जा रही है। अब जल्द ही अन्य जिलों की तरह मथुरा में गेंहू खरीद की तर्ज पर सरसों के लिए खरीद केंद्र खोले जाएंगे। वह बुधवार को मांट विकास खंड में किसान कल्याण सम्मेलन में बोल रहे थे। किसानों की समस्या सुनते हुए उन्होंने कहा कि कि जिन किसानों को ऋण मोचन का लाभ नहीं मिला है, उनके लिए प्रदेश सरकार चार हजार करोड़ से भुगतान करेगी। जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने कहा कि पूरा किसान वही है, जो खेती अपने-आप और लगन से करे। किसानों में दैवीय अंश होता है, जो अपने को भूखा रखकर सबको खाना उपलब्ध कराता है। अब किसानों को वैज्ञानिक तरीका से फसल करनी चाहिए, जिससे अधिक से अधिक पैदावार हो। किसान सामूहिक रूप से खेती करें तो सरकार भी सहयोग करेगी।
संचालन विजेंद्रपाल ¨सह प्रधान ने किया। प्रमुख मुख्य सचिव ने ग्राम पंचायत बेगमपुर में जिलाधिकारी, सीडीओ सहित ग्राम पंचायत में 14 वे वित्त से कराए गए विकास कार्यों की समीक्षा की। ग्रामीणों ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे आवास में अपात्रों के नाम सूची शामिल किए गए हैं। इस शिकायत से नाराज जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र ने सभी अधिकारियों को गांव में रात्रि तक कैंप कर सुबह होने वाली समीक्षा बैठक में सूची दिखाने का निर्देश दिया।
इससे पहले प्रमुख सचिव ने जवाहर बा़ग, पुलिस लाइन, राया थाना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व तहसील का निरीक्षण कर सरकारी योजनाओं का सच जाना। उन्होंने पुलिस लाइन में चल रहे कार्यों की गुणवत्ता परखी और सामग्री का नमूना लेकर लैब में जांच करने के निर्देश दिए।
विधायक पूरन प्रकाश, जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र व एडीएम वित्त ने उप मंडी राया में गेंहू क्रय के बारे में जानकारी दी। राया थाने में उन्होंने सीसीटीएनस पर एफआइआर दर्ज करने की प्रक्रिया को समझा। अभिलेखों का अवलोकन किया। पें¨डग विवेचनाओं की जानकारी ली।
उन्होंने अपराधियों की गिरफ्तारी पर जोर दिया। महिला अपराध से संबंधित जानकारी ली। मांट सीएचसी पर डॉक्टर उनके पहुंचने से पहले ही अलर्ट दिखे। उन्होंने कक्षों की स्थिति के बारे में रजिस्टर चेक किया। अस्पताल में दवाओं का स्टाक आदि चेक किया। इसके बाद महिला वार्ड में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।