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वार्ड 33: एडवांस में मिलता टैक्स, विकास कार्य जीरो

घरों में कर दिए कनेक्शन, पाइप लाइन में नहीं आया पानी, सीवर लाइन डाली नहीं गई, सोलर लाइट भी पड़ी खराब

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 11:28 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 11:28 PM (IST)
वार्ड 33: एडवांस में मिलता टैक्स, विकास कार्य जीरो
वार्ड 33: एडवांस में मिलता टैक्स, विकास कार्य जीरो

मथुरा, जासं। वार्ड 33 की चामुंडा कॉलोनी में लोगों से हाउस और वाटर टैक्स तो पहले ही वसूल लिया गया। मगर जो रसीद दी गई है, उस पर वाटर और हाउस टैक्स का जिक्र तक नहीं किया गया है। पेयजल कनेक्शन घरों में कर दिए, लेकिन नलों से एक बूंद पानी पिछले सात-आठ महीने से नहीं निकला है। क्षतिग्रस्त पड़े इंटरलॉ¨कग रास्तों की मरम्मत तक नहीं कराई गई है। परिक्रमा मार्ग में लगाई की सौर ऊर्जा लाइट खराब पड़ी हुई है।

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गायत्री तपोभूमि के ठीक सामने की गली में प्रवेश करते ही नगर निगम के वार्ड 33 की सीमा शुरू होती है। गली में चंद कदम आगे बढ़ते ही रेलवे क्रॉ¨सग है। उससे पहले ही डलावघर है। उस पर आधा दर्जन से अधिक गोवंश भोजन के लिए कचरे को कुरेदता नजर आया। पास ही टीन शेड पर चामुंडा मंदिर के सेवायत महंत आनंद देव और दुकानदार रहीस बैठे हुए थे। वहीं आकर पूरी कॉलोनी की नाली का मुंह खुलता है। लाइन के किनारे कच्चा नाला है, जो सिल्ट और कूड़े से अटा हुआ है। परिक्रमा मार्ग पर करीब चार साल पहले सौर ऊर्जा की लाइट लगाई थी, वह पिछले दो साल से खराब पड़ी हुई है। मनोरमा शर्मा, ब्रजेश कुंतल, तारादेवी, सुनीता देवी कहती है कि पाइप लाइन से सभी घरों में कनेक्शन नहीं किए गए है। नालियों की सफाई नहीं की जा रही है। रास्ते भी टूटे पड़े हुए हैं। चुनाव जीतने के बाद पार्षद कभी लोगों की समस्याएं सुनने के लिए नहीं आई। क्षेत्र में कोई सुलभ शौचालय नहीं है। लोग पटरियों पर शौच करने के लिए जा रहे हैं। मंदिर के दर्शन करने को बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को लघु शंका और शौच के लिए भी पटरियों पर जाना पड़ता है।

कृष्णा अग्रवाल सीवर लाइन नहीं डाली गई है। वर्षों पहले पाइप लाइन बिछाई गई थी। सात-आठ महीने पहले लोगों के घरों में कनेक्शन भी दिए गए। गलियों को खोद कर डाल दिया गया, लेकिन पानी आज तक नहीं मिला।

बंशी लाल अग्रवाल हमसे टैक्स लिया जा रहा है। विकास कार्य बस्ती में नहीं कराए जा रहे हैं। नालियां सिल्ट से अटी पड़ी है। गलियों में डस्टबीन तक नहीं लगे हैं। साफ सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

जगन्नाथ प्रसाद गलियों में लगाई गई टाइल्स धंसने के साथ-साथ टूट गई हैं। उनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। नालियों पर डाली गई स्लोप को बीच में खुला छोड़ दिया गया है। इससे आवाजाही में दिक्कत होती है।

विमल अग्रवाल


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