जमीन दरकी तो फटे घाटी बाहलराय में मकान, दहशत
मेयर और पार्षद जलकल की टीम के साथ पहुंचे पाइप लाइन कराई बंद दो दिन में पेयजल सप्लाई के लिए खुली पाइप लाइन डालने के दिए निर्देश
जागरण संवाददाता, मथुरा: शहर के बीचों बीच में टीले की जमीन धसक रही है और मकान फट रहे हैं। करीब पचास साल पुरानी पेयजल जल की पाइप लाइन लीकेज होने से आधा दर्जन मकानों में चार से पांच इंच चौड़ी दरारें आ गईं। इनमें रहने वाले परिवार तो दहशत में आ ही गए हैं, लेकिन पड़ोसी भी डरे हुए हैं। उनको भी अपने मकानों के फटने का डर सता रहा है। मंगलवार को जलकल की टीम के साथ मेयर ने घाटी बाहलराय का निरीक्षण किया। पेयजल की लाइन को बंद करा दिया और अगले दो दिन के अंदर खुली में पाइप डालने के निर्देश जेई जलकल को दिए हैं।
नगर निगम के वार्ड 59 क्षेत्र की घाटी बाहलराय टीले पर बसी हुई है। इस क्षेत्र में पेयजल सप्लाई की पाइप लाइन अंडरग्राउंड है, जो करीब पचास साल पुरानी है। घाटी बाहलराय और आसपास के क्षेत्र में मकान फटने का मुद्दा बोर्ड बैठक में भी कई बार पार्षद नीलम गोयल ने उठाया। करीब पचास साल पुरानी अंडरग्राउंड पाइप लाइन को बंद कर खुली नई पाइप लाइन डालने की मांग की गई। नगर निगम ने टीले के क्षेत्रों में कुछ इलाकों में खुली पाइप लाइन डाल गई, लेकिन कुछ इलाकों बाकी हैं। घाटी बाहलराय निवासी मुकेश सक्सेना, संजीव सक्सेना, महेश अग्रवाल, मधु अग्रवाल और सतीश अग्रवाल के मकान के पास जमीन धंस गई और सभी के मकानों में चार से पांच इंच चौड़ी दरार हो गईं हैं। मकान फटने की जानकारी पर पार्षद भी पहुंची और मेयर को घटना की बताई। मेयर डा. मुकेश आर्य बंधु ने जलकल के जेई आशीष यादव और हेमंत गोयल खंदौली के साथ निरीक्षण किया। जेई ने बताया, पाइप लाइन में पुराना पानी का कनेक्शन था। जो गल गया था। इससे पाइप लाइन से पानी का रिसाव हुआ और पानी जमीन के अंदर चला गया। इससे मिट्टी धसक गई। इसका बोझ पाइप लाइन पर पड़ा। पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इस कारण मकान फट गए। मेयर डा. मुकेश आर्य बंधु ने बताया, करीब आधा दर्जन मकानों में नुकसान हुआ है। गली का फर्श क्षतिग्रस्त हो गया है। काफी गहरा गड्ढा हो गया है। ये पाइप लाइन से पानी के रिसाव के कारण हुआ है। गली में करीब पचास साल पुरानी अंडरग्राउंड पाइप लाइन है। जिसका पुराना कनेक्शन गल गया था। इस पाइप लाइन को बंद कर दिया है। इसके स्थान पर नई खुली पाइप लाइन अगले 48 घंटे के अंदर डाल दी जाएगी। इसके साथ ही आठ-दस दिन में गली के फर्श की मरम्मत का कार्य भी हो जाएगा।